Dhanbad Incident: धनबाद रेपकांड का आरोपी फरार, घर जलाया, 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली
धनबाद के सरायढेला में दिव्यांग युवती से रेप का आरोपी अभी भी फरार। पुलिस तलाश में जुटी, आरोपी के घर में तोड़फोड़ और आगजनी। पढ़ें पूरी खबर।
झारखंड के धनबाद में सरायढेला थाना क्षेत्र के जगजीवन नगर में हुए रेपकांड ने सनसनी फैला दी है।
- 30 वर्षीय दिव्यांग युवती से बलात्कार के आरोपी अजीत डोम को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
- आरोपी का घर गुस्साई भीड़ ने आग के हवाले कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और नाकामी
सरायढेला पुलिस ने कई टीम बनाकर आरोपी की तलाश शुरू की है।
- पुलिस ने अजीत के संभावित ठिकानों और रिश्तेदारों के घर दबिश दी, लेकिन अभी तक उसे पकड़ने में नाकाम रही।
- पुलिस ने अजीत के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है, लेकिन घर जलाने वालों के खिलाफ अभी तक कोई FIR दर्ज नहीं हुई है।
30 वर्षीय दिव्यांग युवती से हुआ था बलात्कार
इस मामले में पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
- पीड़िता का मंगलवार को एसएनएमएमसीएच में मेडिकल जांच कराया गया।
- शीतकालीन अवकाश के बाद 2 जनवरी को न्यायालय में पीड़िता का धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया जा सकता है।
गुस्साई भीड़ ने घर में लगाई आग
घटना के बाद आरोपी अजीत डोम के घर पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
- सोमवार की शाम भीड़ ने पथराव और तोड़फोड़ की।
- गुस्साई भीड़ ने उसके घर को आग के हवाले कर दिया।
- पुलिस ने आरोपी के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है, लेकिन अब तक आगजनी की शिकायत दर्ज नहीं हुई।
डालसा की पहल: पीड़िता को मिले न्याय
घटना के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) की टीम ने एसएनएमएमसीएच पहुंचकर पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की।
- टीम ने डॉक्टरों से पीड़िता का समुचित इलाज सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
- पुलिस को आरोपी की जल्द गिरफ्तारी और न्यायालय में पेशी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
- पीड़िता को मुआवजा राशि दिलाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
इतिहास: झारखंड में बढ़ते महिला अपराध
झारखंड में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
- 2020 में रांची में नाबालिग लड़की से गैंगरेप ने पूरे राज्य को हिला दिया था।
- धनबाद और सरायकेला जैसे जिलों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं।
- इन घटनाओं से झारखंड में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठते हैं।
पुलिस पर उठे सवाल
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं:
- आरोपी के फरार होने के 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने शुरुआत से ही सख्ती दिखाई होती, तो आरोपी अब तक गिरफ्तार हो चुका होता।
जल्द न्याय की उम्मीद
यह मामला न केवल एक दिव्यांग युवती के लिए न्याय की लड़ाई है, बल्कि समाज में महिला सुरक्षा और न्याय प्रणाली पर उठते सवालों का भी प्रतीक है।
- आरोपी की गिरफ्तारी और पीड़िता को जल्द न्याय दिलाना पुलिस और प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
What's Your Reaction?