Bokaro Bribe: रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया पुलिस अफसर, ACB की बड़ी कार्रवाई!
बोकारो में एसीबी ने रिश्वतखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की! केस में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत लेने वाले एएसआई को रंगेहाथ पकड़ा। जानिए पूरी खबर।
 
                                    बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गांधीनगर थाना में पदस्थापित एएसआई अजय प्रसाद को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उन्होंने एक युवक को केस में फंसाने की धमकी देकर 10,000 रुपये की मांग की थी। मामला सामने आने के बाद एसीबी की टीम ने सोमवार, 11 मार्च 2025 को छापेमारी कर यह कार्रवाई की, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
कैसे हुआ पुलिस अधिकारी का भंडाफोड़?
सूत्रों के अनुसार, जरीडीह बाजार निवासी अनुराग गुप्ता ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी कि एएसआई अजय प्रसाद ने उन्हें एक केस में फंसाने की धमकी देकर 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी। जब अनुराग पैसे लेकर एएसआई के संडे बाजार स्थित आवास पर पहुंचे, तभी एसीबी की टीम पहले से निगरानी कर रही थी। जैसे ही रुपयों का लेन-देन हुआ, टीम ने एएसआई को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
केस की पूरी कहानी क्या है?
मामला 10 फरवरी 2025 का है, जब टुपकाडीह इलाके में इंतखाब अंसारी नामक व्यक्ति ने एक पेट्रोल पंप के पास पैसे के लेन-देन को लेकर मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी। इस केस में विशाल और सागर नाम के दो युवकों को आरोपी बनाया गया था। लेकिन, इसी बीच गांधीनगर थाना में पदस्थ एएसआई अजय प्रसाद ने अनुराग गुप्ता को धमकाया कि अगर वे पैसे नहीं देते तो उनका नाम भी केस में जोड़ दिया जाएगा।
ACB ने कैसे रचा जाल?
शिकायत के बाद, एसीबी ने पूरी योजना बनाई और अनुराग गुप्ता को रिश्वत की रकम के साथ एएसआई के घर भेजा। जैसे ही अनुराग ने रुपये थमाए, टीम ने तुरंत धावा बोल दिया और एएसआई अजय प्रसाद को रंगेहाथ पकड़ लिया। इसके बाद पूछताछ और जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी कर उन्हें धनबाद ले जाया गया।
गांधीनगर थाना में पहली बार ACB की कार्रवाई!
बोकारो के गांधीनगर थाना में यह पहला मौका था, जब एसीबी ने रिश्वतखोरी के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई की। इससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है और पुलिस महकमे में हलचल तेज हो गई है।
क्या है ACB और इसका इतिहास?
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का गठन भ्रष्टाचार रोकने के लिए किया गया था। झारखंड में एसीबी लगातार पुलिस और प्रशासन में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में इसने कई बड़े अधिकारियों को रंगेहाथ पकड़कर जनता का भरोसा जीता है।
अब आगे क्या होगा?
गिरफ्तारी के बाद एएसआई अजय प्रसाद के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस विभाग और एसीबी की टीम मामले की गहन जांच कर रही है।
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