Bihar Election: बिहार चुनाव में 100 साल के 14,000 मतदाता! बुजुर्गों की बड़ी फौज बनेगी 'गेम चेंजर'? युवाओं और अनुभवी वोटर्स के बीच जंग
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इस बार 100 साल से अधिक उम्र के 14,000 मतदाता मतदान करेंगे। 85 साल से ऊपर के 4 लाख से अधिक मतदाता हैं। युवा (18-29 साल) और बुजुर्ग मतदाताओं का सम्मिलित प्रभाव इस बार निर्णायक माना जा रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है, लेकिन इस बार का सबसे दिलचस्प पहलू युवाओं का जोश नहीं, बल्कि बुजुर्गों का अनुभव है! इस चुनाव में 100 साल से अधिक उम्र के 14,000 मतदाता अपना कीमती वोट डालेंगे, जो बिहार के सियासी रण में एक नया और अनोखा आयाम जोड़ने जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 100 साल से अधिक उम्र के ये मतदाता सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं हैं; अपने अनुभव, परिपक्व दृष्टिकोण और समाज में सम्मान के कारण इनका वोट कई जगह निर्णायक भी साबित हो सकता है। यह आंकड़ा साबित करता है कि मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उम्र कभी भी बाधक नहीं बन सकती।
अनुभव का वोट: 4 लाख से अधिक बुजुर्ग मतदाता
बिहार के निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़े बताते हैं कि वरिष्ठ मतदाताओं की संख्या बहुत बड़ी है, जिसका असर चुनाव के परिणामों पर पड़ना तय है:
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100+ के मतदाता: 14,000 से अधिक।
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85+ के मतदाता: 4,03,950 (चार लाख से अधिक)।
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इसके अलावा, 1,63,619 सेवा मतदाता और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता भी इस बार अपनी राजनीतिक सक्रियता दिखाएंगे।
बुजुर्ग मतदाता शांत जरूर दिखते हैं, लेकिन अपने जीवन के दौरान उन्होंने कई सरकारों के उदय और पतन को देखा है। उनके अनुभव की छाप केवल उनके वोट पर नहीं, बल्कि उनके आस-पास के मतदाताओं को प्रभावित करने पर भी पड़ती है।
युवा शक्ति और नए चेहरे: क्या होगा समीकरण?
जहां बुजुर्ग मतदाता अनुभव और परिपक्वता लाते हैं, वहीं युवा मतदाता नई सोच और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं। राजनीतिक दलों के लिए यह चुनौती है कि वे दोनों पीढ़ियों की प्राथमिकताओं को कैसे साधते हैं।
| मतदाता वर्ग | संख्या (लगभग) | महत्व |
| नए मतदाता (पहली बार) | 14,01,150 | चुनाव में बड़ी एंट्री, नई उम्मीदें |
| युवा मतदाता (20-29 वर्ष) | 1.63 करोड़ | सबसे बड़ा वोट बैंक, डिजिटल सक्रियता |
| महिला मतदाता (18-19 साल) | 5.84 लाख | महिला सशक्तिकरण का प्रतीक |
सोशल मीडिया और डिजिटल सक्रियता के माध्यम से युवा मतदाता अपनी ताकत दिखाते हैं, जबकि बुजुर्ग मतदाता जमीनी हकीकत और परंपरागत मुद्दों पर ज़ोर देते हैं।
दो चरणों का चुनाव और चुनाव आयोग की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 इस बार दो चरणों में होंगे:
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पहला चरण: 6 नवंबर
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दूसरा चरण: 11 नवंबर
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परिणाम घोषणा: 14 नवंबर
चुनाव आयोग ने सभी मतदाताओं की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारी की है:
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कुल मतदान केंद्र: 90,712 (शहरी: 13,911, ग्रामीण: 76,801)।
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विशेष केंद्र: 1,350 आदर्श मतदान केंद्र, 1,044 महिला प्रबंध केंद्र और 292 पीडब्ल्यूडी प्रबंध केंद्र बनाए गए हैं।
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दूरदराज की व्यवस्था: दियारा (नदी किनारे) इलाकों तक मतदान दल नाव और घोड़े पर तैनात होंगे, ताकि कोई भी मतदाता छूटे नहीं।
इस बार बिहार की सियासत में युवा और बुजुर्ग मतदाताओं का सम्मिलित प्रभाव नए समीकरण पैदा करने वाला है।
आपकी राय में, राजनीतिक दलों को 100 साल से अधिक के बुजुर्ग मतदाताओं को लुभाने के लिए युवा मतदाताओं से अलग किस प्राथमिकता वाले मुद्दे पर ज़ोर देना चाहिए?
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