Tatanagar Certification: यात्रियों के लिए 'ईट राइट' की सौगात, जानिए क्या है खास
Tatanagar रेलवे स्टेशन को मिलेगा FSSAI का "ईट राइट सर्टिफिकेशन।" जानें कैसे यह पहल यात्रियों को स्वस्थ और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने में मदद करेगी।
टाटानगर: देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में शामिल टाटानगर रेलवे स्टेशन जल्द ही FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) के "ईट राइट सर्टिफिकेशन" से सम्मानित होगा। यह पहल न केवल यात्रियों को स्वच्छ और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराएगी बल्कि रेलवे स्टेशन के भोजन विक्रेताओं की साख और रोजगार में भी सुधार लाएगी।
क्या है 'ईट राइट स्टेशन' पहल?
ईट राइट स्टेशन पहल, FSSAI द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध भोजन की गुणवत्ता में सुधार करना है। इसके तहत स्टेशनों पर मौजूद फूड वेंडर्स की सख्त जांच की जाती है।
- महत्वपूर्ण प्रक्रिया:
- भोजन विक्रेताओं का पंजीकरण और प्रशिक्षण।
- साफ-सफाई और स्वच्छता मानकों का पालन।
- खाद्य पदार्थों के सुरक्षित भंडारण के लिए विशेष प्रबंध।
अब तक देशभर के 150 रेलवे स्टेशन इस सर्टिफिकेशन से सम्मानित हो चुके हैं।
टाटानगर की तैयारियां:
टाटानगर स्टेशन पर FSSAI की एक दो सदस्यीय टीम ने हाल ही में दौरा किया। टीम ने स्टॉल और रेस्टोरेंट्स का निरीक्षण करते हुए वहां के स्वच्छता प्रबंधन और भोजन भंडारण व्यवस्थाओं का बारीकी से आकलन किया।
निरीक्षण टीम में शामिल सदस्य:
- कैटरिंग इंस्पेक्टर: राकेश कुमार
- चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर: जितेंद्र कुमार
- कमर्शियल डिप्टी सुपरिंटेंडेंट: चंदन कुमार
जांच के अहम बिंदु:
- स्टॉल्स की स्वच्छता और खाद्य पदार्थों का भंडारण।
- पानी की गुणवत्ता: रेलवे टेप वाटर का TDS प्रतिशत।
- फूड वेंडर्स के पंजीकरण और ट्रेनिंग की स्थिति।
इतिहास में पहली बार इतना ध्यान
रेलवे स्टेशनों पर बिकने वाले भोजन को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में FSSAI की यह पहल ऐतिहासिक साबित हो रही है। 19वीं सदी के अंत में जब भारत में रेल व्यवस्था की शुरुआत हुई थी, तब भोजन की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता था। धीरे-धीरे, यात्री सुविधाओं के बढ़ते महत्व को देखते हुए रेलवे ने सुधारों की दिशा में कदम बढ़ाए।
"ईट राइट स्टेशन" पहल इसी बदलाव का हिस्सा है। यह न केवल स्टेशनों की साख बढ़ा रही है, बल्कि यात्रियों को बेहतर अनुभव भी प्रदान कर रही है।
यात्रियों को कैसे होगा फायदा?
- स्वस्थ और सुरक्षित भोजन: यात्रियों को अब शुद्ध और पौष्टिक भोजन मिल सकेगा।
- भरोसा बढ़ेगा: सफर के दौरान यात्रियों का भोजन पर विश्वास बढ़ेगा।
- सुविधा में सुधार: स्टेशन पर खाने-पीने की व्यवस्था अधिक व्यवस्थित होगी।
फूड वेंडर्स के लिए सुनहरा मौका:
ईट राइट सर्टिफिकेशन सिर्फ यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि स्टेशन पर मौजूद फूड वेंडर्स के लिए भी फायदेमंद है।
- इससे उनकी साख बढ़ेगी।
- ग्राहक उनकी ओर आकर्षित होंगे।
- रोजगार के अवसर और आय में सुधार होगा।
स्टॉल संचालक सुनील कुमार का कहना है, "यह सर्टिफिकेशन हमारे लिए गर्व की बात है। इससे न केवल यात्री संतुष्ट होंगे, बल्कि हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ेगी।"
आगे की राह:
टाटानगर रेलवे स्टेशन के सर्टिफिकेशन से उम्मीद की जा रही है कि यह देश के अन्य स्टेशनों के लिए एक मिसाल बनेगा। FSSAI की यह पहल यात्रियों और फूड वेंडर्स के बीच विश्वास को और मजबूत करेगी।
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