टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइन ने ‘माइन्स सेफ्टी अवार्ड’ में प्रथम पुरस्कार जीता
टाटास्टील की नोआमुंडी आयरन माइन ने ‘माइन्स सेफ्टी अवार्ड-2024’ में “मेटल अबव ग्राउंड – लार्ज” श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार जीता।
टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइन ने ‘माइन्स सेफ्टी अवार्ड-2024’ में “मेटल अबव ग्राउंड – लार्ज” श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार जीता है। यह पुरस्कार खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) के तत्वावधान में अखिल भारतीय खान सुरक्षा संघ द्वारा आयोजित समारोह में प्रदान किया गया। रविवार को कोलकाता के विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस पुरस्कार समारोह में डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार द्वारा यह पुरस्कार दिया गया।
नोआमुंडी आयरन माइन के प्रतिनिधि, अतुल कुमार भटनागर, जेनरल मैनेजर (ओएमक्यू), डी विजयेंद्र, एजेंट, नोआमुंडी आयरन माइन और अभय कुमार गुप्ता, हेड सेफ्टी (ओएमक्यू), पुरस्कार प्राप्त करने के दौरान उपस्थित थे। यह खदान झारखंड में स्थित है और भारत की सबसे पुरानी खानों में से एक है, जो वर्तमान में अपना शताब्दी वर्ष मना रही है।
यह सम्मान नोआमुंडी आयरन माइन में लागू उत्कृष्ट सुरक्षा मानकों और अभ्यासों को उजागर करता है। टाटा स्टील ने सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति को बनाए रखा है और इस पुरस्कार के माध्यम से उनकी समर्पण और प्रयासों को सराहा गया है। नोआमुंडी आयरन माइन में सुरक्षा उपायों के पालन के कारण इस खदान को यह सम्मान प्राप्त हुआ है, जो अन्य खदानों के लिए एक मिसाल कायम करता है।
इस अवसर पर अतुल कुमार भटनागर ने कहा, "यह पुरस्कार हमारी टीम के निरंतर प्रयासों और प्रतिबद्धता का परिणाम है। सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम इसे हमेशा कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार ने अपने संबोधन में कहा, "टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइन ने सुरक्षा के उच्च मानकों को स्थापित किया है, जो अन्य खदानों के लिए प्रेरणादायक है।"
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