Jamtara Theft: रील देखते-देखते सो गई महिला, 1.27 लाख लेकर फरार हुए चोर
जामताड़ा के पथरचपड़ा मोहल्ले में दिनदहाड़े चोरी, महिला रील देखते-देखते सो गई और चोर 1.27 लाख लेकर फरार हो गए। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल।

झारखंड का जामताड़ा जिला मंगलवार की दोपहर अचानक एक सनसनीखेज वारदात का गवाह बना। पथरचपड़ा मोहल्ले में दिनदहाड़े एक ऐसा मामला सामने आया जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। यहां रहने वाली नाज़नीन गजाला अपने मोबाइल पर रील देख रही थीं। देखते-देखते उन्हें हल्की झपकी आ गई और इसी दौरान चोर उनके घर में घुसकर अलमारी से 1.27 लाख रुपये लेकर फरार हो गए।
नींद और चोरी का संयोग
घटना जितनी चौंकाने वाली है, उतनी ही फिल्मी भी लगती है। चोरों ने उस समय घर में धावा बोला जब नाज़नीन गहरी नींद में थीं। उनके पति तबरेज़ खान मजदूरी करते हैं, लेकिन आंख में चोट लगने के कारण हाल ही में वे ज्यादा काम नहीं कर पा रहे थे। घर के काम के लिए उन्होंने बैंक से लोन लिया और उस पैसे को अलमारी में सुरक्षित रखा। मगर यही रकम चोरों के निशाने पर आ गई।
पीछे के दरवाज़े से घुसे चोर
जानकारी के अनुसार, चोरों ने घर के पीछे बने बांस के दरवाज़े को तोड़ा। इसके बाद वे अलमारी तक पहुंचे और पैसों से भरा बैग उठा ले गए। आश्चर्य की बात यह है कि पूरा घटनाक्रम लगभग एक घंटे तक चलता रहा, लेकिन नाज़नीन को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब उनकी नींद खुली तो उन्होंने घर का सामान बिखरा देखा और अलमारी खुली पाई।
परिवार में मचा कोहराम
बैग गायब होने का अहसास होते ही नाज़नीन चीखने-चिल्लाने लगीं। उनकी आवाज़ सुनकर पड़ोसी दौड़कर मौके पर पहुंचे। थोड़ी ही देर में पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। 1.27 लाख रुपये की रकम परिवार के लिए किसी खजाने से कम नहीं थी, क्योंकि वह बैंक से लोन लेकर जुटाई गई थी।
तबरेज़ खान और उनका परिवार इस सदमे से टूट गया है। पड़ोसियों के अनुसार, घर में बच्चे तक रो-रोकर बेहाल हैं।
पुलिस की जांच
पीड़ित परिवार ने तुरंत जामताड़ा टाउन थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। मोहल्ले के लोगों से पूछताछ की जा रही है और पुलिस आस-पास के इलाकों में लगे CCTV फुटेज भी खंगाल रही है।
जामताड़ा का इतिहास और अपराध
जामताड़ा वैसे तो “फिशिंग फ्रॉड” और ऑनलाइन ठगी के मामलों के लिए पूरे देश में बदनाम रहा है। लेकिन अब दिनदहाड़े होने वाली चोरी की यह घटना इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। स्थानीय लोग कहते हैं कि पहले चोरी की घटनाएं ज्यादातर रात में होती थीं, लेकिन अब चोर दिन में भी बेखौफ होकर वारदात अंजाम दे रहे हैं।
करीब 15 साल पहले भी जामताड़ा में इसी तरह की एक घटना हुई थी, जब परिवार के लोग सोते समय चोर घर से कैश और गहने ले उड़े थे। उस समय भी पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। इतिहास एक बार फिर खुद को दोहराता दिख रहा है।
मोहल्ले में डर का माहौल
इस वारदात के बाद पथरचपड़ा मोहल्ले के लोग दहशत में हैं। उनका कहना है कि अगर दिनदहाड़े इस तरह चोरी हो सकती है, तो रात के समय सुरक्षा की क्या गारंटी है? लोगों ने प्रशासन से इलाके में गश्त बढ़ाने और संदिग्ध लोगों पर नजर रखने की मांग की है।
परिवार की गुहार
तबरेज़ खान और उनकी पत्नी नाज़नीन का कहना है कि लोन की रकम चोरी होने से उनका पूरा सपना बिखर गया है। वह पैसा घर की मरम्मत और बच्चों की पढ़ाई के लिए रखा गया था। अब उनके सामने दोहरी मुश्किल खड़ी हो गई है — एक ओर कर्ज चुकाना और दूसरी ओर रोजमर्रा की जिंदगी चलाना।
इस वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधी अब मौके की तलाश में रहते हैं और छोटी सी लापरवाही बड़े नुकसान में बदल सकती है। जामताड़ा की यह चोरी न सिर्फ पुलिस के लिए चुनौती है बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी एक चेतावनी है कि सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
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