GST Reform : पीएम मोदी ने लॉन्च किया नया जीएसटी बचत उत्सव, जनता के लिए बड़ी खुशखबरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई जीएसटी सुधारों की घोषणा करते हुए देशवासियों के लिए 'जीएसटी बचत उत्सव' शुरू किया। जानिए कैसे इस कदम से आम आदमी, मध्यम वर्ग और छोटे उद्योगों को मिलेगा बड़ा लाभ।
देश की आर्थिक विकास यात्रा में एक और मील का पत्थर जुड़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नई जीएसटी सुधारों (Next-Generation GST Reforms) की घोषणा की और इसे 'जीएसटी बचत उत्सव' करार दिया। यह कदम न केवल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि आम नागरिकों, मध्यम वर्ग और छोटे उद्योगों के लिए भी बड़ी राहत लेकर आया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह उत्सव नवरात्रि से शुरू होगा और पूरे देश में गरीब, किसान, महिला, युवा, दुकानदार और छोटे उद्योगपति इससे सीधे लाभान्वित होंगे। मोदी ने बताया कि 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से देश ने एक नई आर्थिक राह शुरू की थी। पहले वस्तुओं और सेवाओं पर कई प्रकार के कर थे, जिससे व्यापारियों को Bengaluru से Hyderabad तक माल भेजना भी मुश्किल था। तब लाखों कंपनियों और आम नागरिकों को रोजमर्रा की समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में बताया कि पिछले 11 वर्षों में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी पर विजय पाई है और इन लोगों का अब देश की विकास में अहम योगदान है। मोदी ने यह भी बताया कि इस साल सरकार ने 12 लाख रुपये तक की आय पर आयकर छूट दी, जिससे मध्यम वर्ग की जिंदगी में न केवल सुविधा आई, बल्कि उनके सपनों को पूरा करने का रास्ता आसान हुआ। अब, जीएसटी में कटौती के बाद यह डबल बोनस बन जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जितनी वस्तुएँ बनाई जा सकती हैं, उन्हें देश में ही तैयार करना चाहिए। छोटे उद्योग (MSMEs) इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। विदेशी उत्पादों की बजाय 'मेड इन इंडिया' उत्पाद खरीदना और छोटे उद्योगों को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना अब अधिक जरूरी हो गया है।
मोदी ने राज्यों से अपील की कि वे अपने यहां मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाएं और निवेश के अनुकूल वातावरण तैयार करें। उन्होंने यह भी कहा कि 'नागरिक देवो भव' के मंत्र के साथ नई जीएसटी सुधारें देशवासियों की वित्तीय राहत और सुविधा सुनिश्चित करेंगी। अगर आयकर छूट और जीएसटी छूट दोनों को मिलाकर देखा जाए, तो इस साल यह निर्णय देशवासियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत देगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम न केवल बढ़ते हुए निवेश और व्यापार में आसानी लाएगा, बल्कि त्योहारों के सीजन में खरीदारी को भी बढ़ावा देगा। इस बचत उत्सव का सीधा लाभ हर वर्ग के लोग उठा पाएंगे और यह देश के आर्थिक आत्मनिर्भरता अभियान को भी मजबूती देगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्षों में जीएसटी लागू करने से भारत ने टैक्स सिस्टम को सरल बनाया, लेकिन इस नई पीढ़ी की सुधारें इसे और भी ज्यादा सुलभ और लाभकारी बनाएंगी। मोदी का मानना है कि छोटे और मझोले उद्योगों की वृद्धि से देश का रोजगार स्तर और निवेश दोनों बढ़ेंगे, जिससे आर्थिक विकास की गति और तेज होगी।
इस प्रकार, नई जीएसटी सुधारें केवल कर प्रणाली में बदलाव नहीं हैं, बल्कि यह देश के आर्थिक स्वावलंबन, मध्यम वर्ग की वित्तीय सुरक्षा और छोटे उद्योगों के विकास का भी प्रतीक हैं। देशभर में इसे 'जीएसटी बचत उत्सव' के रूप में मनाया जाएगा, जो हर नागरिक के लिए उत्साह और उम्मीद की नई किरण लेकर आया है।
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