स्वच्छता या रेबड़ी स्वीकार-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
आप के वादे लीक लुभावन चुनाव लड़ेंगे मुफ्त रेबड़ी पर, कहाँ से आएगा इतना पैसा रह जाते मौन इस सवाल पर।...
स्वच्छता या रेबड़ी स्वीकार
-----------------
आप के वादे लीक लुभावन
चुनाव लड़ेंगे मुफ्त रेबड़ी पर,
कहाँ से आएगा इतना पैसा
रह जाते मौन इस सवाल पर।
पंजाब में इनकी सरकार
नहीं वहाँ रेबड़ी की बहार,
वादा करते निभाते नहीं
केजरी बहुत बड़ा लाबार।
मुफ्त बिजली पानी के लिए
दिल्ली में 'आप' की सरकार,
थोड़ी सी बचत के लिए वासी
जीतकर भी तो गए सब हार।
बजबजा रही गंदगी से
यमुना जी का पावन पानी,
कचड़ाअंबार सर्वत्र शहर में
स्वच्छता या रेबड़ी स्वीकार?
नहीं मतलब कोई विकास से
लालच में आ गई भोली जनता,
पछता रहे अब दिल्ली के जन
'आप' सरकार उन्हें खलता।
सड़न बदबूदार बस्ती में
जीने को लोग हुए मजबूर,
मंत्रीगण करते रहे घोटाला
कुछ सजा भुगत रहे भरपूर।
रेबड़ी संस्कृति विकास विरूद्ध
न्यायालय ने भी की फटकार ,
केजरी का केवल यही भरोसा
इसी के बल पर बनती सरकार।
-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
What's Your Reaction?