Ranchi Price: कमर्शियल गैस सिलेंडर के बढ़े दामों ने बढ़ाई चिंता
रांची सहित झारखंड में 1 दिसंबर से कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 16 रुपये बढ़कर 1977 रुपये हो गए। जानें दामों में बढ़ोतरी का कारण और घरेलू गैस पर इसका क्या असर पड़ा है।
रांची, झारखंड: दिसंबर के पहले दिन ही रांची और झारखंड के अन्य शहरों के लोगों को महंगाई का झटका लगा। कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 16 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जिससे अब 19 किलो के गैस सिलेंडर की कीमत 1977 रुपये हो गई है। इस वृद्धि ने होटल, रेस्तरां, और अन्य व्यवसायों पर अतिरिक्त दबाव डाल दिया है।
16 रुपये की बढ़ोतरी, कीमत 1977 रुपये
1 दिसंबर 2024 से झारखंड में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम बढ़कर 1977 रुपये हो गए हैं। यह वृद्धि नवंबर में 1961 रुपये की कीमत से 16 रुपये ज्यादा है।
लगातार बढ़ रहे हैं दाम
यह लगातार पांचवां महीना है जब कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम बढ़े हैं।
- अगस्त में 8.50 रुपये की वृद्धि
- सितंबर में 38 रुपये की वृद्धि
- अक्टूबर में 49 रुपये की वृद्धि
- नवंबर में 61 रुपये की वृद्धि
- दिसंबर में 16 रुपये की वृद्धि
घरेलू गैस के दाम स्थिर
जहां एक तरफ कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत पिछले कुछ महीनों से स्थिर है। रांची में 14 किलो वाले घरेलू गैस सिलेंडर की मौजूदा कीमत 860.50 रुपये है। आखिरी बार मार्च 2024 में घरेलू गैस की कीमतों में बदलाव हुआ था, जब 100 रुपये की कटौती की गई थी।
झारखंड के शहरों में गैस की कीमत
झारखंड के प्रमुख शहरों में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतें निम्नलिखित हैं:
शहर | कीमत (रुपये में) |
---|---|
रांची | 1977 |
देवघर | 1974 |
धनबाद | 1975.50 |
जमशेदपुर | 1945.50 |
बोकारो | 1977.50 |
दुमका | 1974 |
इतिहास: गैस की कीमतों का खेल
भारत में गैस सिलेंडर की कीमतें हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रही हैं। यह सरकार की नीतियों, वैश्विक बाजार की स्थिति, और परिवहन लागत पर निर्भर करती है। 2024 में लगातार बढ़ोतरी से व्यवसाय और आम लोग दोनों परेशान हैं।
कमर्शियल और घरेलू गैस में अंतर क्यों?
कमर्शियल गैस सिलेंडर का उपयोग होटल, कैफे, और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में होता है। इसकी कीमतें सरकारी सब्सिडी से मुक्त होती हैं, इसलिए इनमें अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
क्या हैं संभावित प्रभाव?
- रेस्तरां और ढाबों पर प्रभाव: गैस की कीमत बढ़ने से खाना-पीना महंगा हो सकता है।
- आम आदमी की जेब पर असर: घरेलू गैस की कीमतें स्थिर हैं, लेकिन कमर्शियल गैस के महंगे होने से खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ सकते हैं।
- व्यवसायों में अनिश्चितता: छोटे व्यवसायों को इस वृद्धि के कारण नुकसान उठाना पड़ सकता है।
सरकार की चुनौती
झारखंड की जनता के लिए बढ़ती कीमतें चिंता का विषय हैं। सरकार को कमर्शियल और घरेलू गैस की कीमतों को संतुलित रखने के लिए कदम उठाने होंगे।
गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी ने झारखंड के व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को प्रभावित किया है। दिसंबर की शुरुआत के साथ इस वृद्धि ने एक बार फिर महंगाई की ओर ध्यान खींचा है। अब देखना होगा कि सरकार इस समस्या को हल करने के लिए क्या कदम उठाती है।
What's Your Reaction?