Murder: शौच से लौटते वक्त शिक्षक को टांगी से काट डाला ,आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
पलामू के सतबरवा में 70 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक परीखन सिंह की अज्ञात हमलावरों द्वारा टांगी से हत्या कर दी गई। घटना ने गांव में दहशत फैला दी है। जानें पूरी खबर।
सतबरवा (पलामू): झारखंड के पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र में रविवार सुबह एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। पोंची पंचायत के हलुमांड गांव के 70 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक परीखन सिंह को अज्ञात हमलावरों ने टांगी से काटकर मौत के घाट उतार दिया।
सुबह 5 बजे हुई निर्मम वारदात
रविवार सुबह करीब 5 बजे जब परीखन सिंह शौच के लिए गांव के बांध की ओर गए थे, तो लौटते वक्त देवी मंडप के पास उनकी गर्दन पर हमला कर दिया गया। हमले में उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। देवी मंडप और उनके घर के बीच की दूरी लगभग 500 मीटर है।
हत्या की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी अंचित कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना के बाद पूरे गांव में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
ग्रामीणों और परिजनों में आक्रोश
इस जघन्य हत्या के बाद परीखन सिंह के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है और मांग की है कि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़कर सजा दी जाए। पुलिस ने खोजी कुत्ते की मदद से जांच शुरू कर दी है।
कौन थे परीखन सिंह?
परीखन सिंह न केवल एक सेवानिवृत्त शिक्षक थे, बल्कि समाजसेवा में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। संगीत के प्रति उनका गहरा लगाव था और वे गांव में सामाजिक कार्यों के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। उनकी हत्या से गांव ने एक सच्चे मार्गदर्शक को खो दिया है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद पंचायत मुखिया गिरिवर प्रसाद राम, पंचायत समिति सदस्य डॉ. अशोक राम, विधायक प्रतिनिधि राणा प्रताप कुशवाहा, और 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार यादव समेत कई नेताओं ने इस हत्या पर शोक व्यक्त किया।
हत्या के पीछे क्या वजह हो सकती है?
हालांकि हत्या के पीछे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में यह निजी दुश्मनी का मामला लग रहा है। देवी मंडप के पास जिस प्रकार से घटना को अंजाम दिया गया, उससे यह सुनियोजित हत्या प्रतीत होती है।
सतबरवा: अपराध का इतिहास
पलामू जिले का सतबरवा इलाका हाल के वर्षों में बढ़ते अपराधों के लिए जाना गया है। इस क्षेत्र में अज्ञात हमलावरों द्वारा की जाने वाली घटनाएं पहले भी सामने आई हैं। इससे पहले भी कई बार व्यक्तिगत विवाद और आपराधिक गतिविधियों ने इलाके को अशांत किया है।
पुलिस की जिम्मेदारी और चुनौती
सतबरवा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में अपराधियों पर नकेल कसना पुलिस के लिए चुनौती है। इस मामले में पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी है और अपराधियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया है।
ग्रामीणों की मांग और भविष्य की उम्मीद
ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की मांग की है। परीखन सिंह जैसे व्यक्तित्व की हत्या ने इलाके में सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सतबरवा की यह घटना झारखंड के बढ़ते अपराध की एक और कड़ी है। परीखन सिंह जैसे समाजसेवी की हत्या न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक अपूरणीय क्षति है। यह जरूरी है कि इस मामले में पुलिस त्वरित कार्रवाई करे और दोषियों को सजा दिलाए, ताकि इलाके में शांति और सुरक्षा का माहौल कायम रहे।
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