Ranchi Investigation: नगड़ी टोल प्लाजा हादसे की जांच शुरू, प्रशासन ने लिया बड़ा एक्शन!
रांची के नगड़ी टोल प्लाजा हादसे की जांच तेज! एनएचएआई और जिला प्रशासन ने जांच शुरू की, चार सदस्यीय कमेटी गठित। जानिए पूरी अपडेट।
रांची : झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी टोल प्लाजा हादसे को लेकर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हादसे में हाइमास्ट लाइट का पोल गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पाँच अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे। अब एनएचएआई और जिला प्रशासन दोनों ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार दोपहर रांची-गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-23) पर स्थित पतराचौली टोल प्लाजा के पास एक हाइमास्ट लाइट का पोल अचानक यात्रियों से भरे ऑटो पर गिर गया। इससे ऑटो में सवार दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और पाँच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
एनएचएआई की जांच टीम क्या कर रही है?
- एनएचएआई के क्षेत्रीय पदाधिकारी एनएल योतकर ने हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं।
- निर्माण कार्य की गुणवत्ता की विस्तृत समीक्षा की जा रही है कि आखिर पोल गिरा कैसे?
- एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने मामले की जांच शुरू कर दी है और रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
रांची डीसी का बड़ा फैसला, चार सदस्यीय टीम गठित
रांची उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने इस मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय टीम बनाई है।
इस टीम में शामिल हैं:
- जिला भू-अर्जन पदाधिकारी
- कार्यपालक अभियंता (पथ निर्माण विभाग)
- कार्यपालक अभियंता (विद्युत प्रमंडल, पश्चिमी, रांची)
- इटकी के अंचल अधिकारी
उपायुक्त ने जांच टीम को घटनास्थल का निरीक्षण कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
क्या निर्माण में गड़बड़ी थी?
प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या टोल प्लाजा के निर्माण में लापरवाही बरती गई थी?
- क्या हाइमास्ट लाइट का पोल सही तरीके से स्थापित किया गया था?
- क्या निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री मानकों के अनुसार थी?
- क्या इसमें किसी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार हुआ है?
स्थानीय लोग क्यों हैं नाराज?
इस हादसे के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
- गुस्साए लोगों ने एनएच-23 जाम कर दिया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की।
- मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने भी एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर को कड़ी फटकार लगाई और जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए।
क्या होगा आगे?
- एनएचएआई और जिला प्रशासन की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।
- टोल प्लाजा और राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा उपायों को लेकर नए नियम लागू किए जा सकते हैं।
- स्थानीय लोगों की माँग पर टोल प्लाजा की व्यवस्थाओं की फिर से समीक्षा की जाएगी।
नगड़ी टोल प्लाजा हादसे ने प्रशासन को सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर नए सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है। अगर समय रहते निर्माण में हुई खामियों को ठीक नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी बड़े हादसे हो सकते हैं। अब देखना यह है कि जांच रिपोर्ट में क्या सामने आता है और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।
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