Jamshedpur Accident: तेज रफ्तार बाइक का संतुलन बिगड़ा, खेत में गिरने से युवक की मौत!

जमशेदपुर के पटमदा में बाइक हादसे में दो युवक गंभीर रूप से घायल, एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान एक की मौत। जानिए पूरी खबर।

Feb 5, 2025 - 10:36
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Jamshedpur Accident: तेज रफ्तार बाइक का संतुलन बिगड़ा, खेत में गिरने से युवक की मौत!
Jamshedpur Accident: तेज रफ्तार बाइक का संतुलन बिगड़ा, खेत में गिरने से युवक की मौत!

जमशेदपुर। पटमदा थाना क्षेत्र में मंगलवार देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बाइक सवार युवकों ने विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक की तेज लाइट के कारण नियंत्रण खो दिया, जिससे बाइक सीधे सड़क किनारे खेत में जा गिरी

कैसे हुआ हादसा?

यह हादसा पटमदा के माचा गांव के पास हुआ, जब 22 वर्षीय सौरव मोदक और उसका मौसेरा भाई 18 वर्षीय भजो मोदक पटमदा बाजार से अपने गांव बिड़रा लौट रहे थे। माचा गांव पार करने के बाद एक मोड़ पर उनकी बाइक का संतुलन बिगड़ गया और तेज रफ्तार के कारण बाइक सड़क से नीचे खेत में गिर गई

स्थानीय लोगों का कहना है कि सामने से आ रहे ट्रक की तेज रोशनी से बाइक चालक चकमा खा गया और नियंत्रण खो बैठा। हादसे के बाद दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए और बेहोश हो गए।

घटना के बाद क्या हुआ?

  • हादसे के करीब आधे घंटे तक दोनों सड़क किनारे बेहोश पड़े रहे
  • स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत माचा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया।
  • हालत गंभीर होने पर उन्हें एमजीएम अस्पताल रेफर किया गया
  • डॉक्टरों ने सौरव मोदक को मृत घोषित कर दिया, जबकि भजो मोदक को बेहतर इलाज के लिए टीएमएच भेजा गया

पटमदा में क्यों बढ़ रहे सड़क हादसे?

पटमदा क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में सड़क हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसकी वजहें हैं:

  1. तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही – मुख्य सड़क पर बिना किसी गति सीमा के गाड़ियाँ तेज रफ्तार से चलती हैं।
  2. सड़क किनारे रोशनी की कमी – रात में सफर करने वाले वाहन चालकों को अचानक सामने आ रही तेज लाइट से दिक्कत होती है
  3. सड़क की स्थिति खराब – कई जगहों पर सड़कें संकरी और मोड़ खतरनाक हैं, जिससे संतुलन बिगड़ने का खतरा रहता है।

स्थानीय प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया?

इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा के लिए कदम उठाने की माँग की है

  • सड़क किनारे पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने
  • स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड लगाने
  • सड़क के मोड़ों पर ट्रैफिक संकेतक लगाने

क्या कहते हैं डॉक्टर?

एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि सौरव को सिर और सीने में गंभीर चोटें आई थीं, जिससे उसे बचाया नहीं जा सका। वहीं, भजो मोदक की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है

क्या होगी आगे की कार्रवाई?

परिवार ने सौरव के शव को अस्पताल के मोर्चरी में रख दिया है और बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। पुलिस भी इस मामले की जाँच कर रही है और ट्रक चालक की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

यह हादसा सड़क सुरक्षा को लेकर एक गंभीर संदेश देता है। यदि समय रहते सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन किया जाए और बेहतर ट्रैफिक लाइटिंग सिस्टम लगाया जाए, तो ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।

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