Gamharia Raid: सरायकेला में आबकारी विभाग का बड़ा खुलासा, पांच लाख रुपये की अवैध शराब जब्त
सरायकेला के गम्हरिया में आबकारी विभाग ने अवैध शराब के गोदाम पर छापेमारी की और पांच लाख रुपये की शराब जब्त की। जानें पूरी जानकारी।
Gamharia Excise Raid: सरायकेला जिले के गम्हरिया में आबकारी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध शराब के गोदाम पर छापा मारा और पांच लाख रुपये की अंग्रेजी शराब जब्त की। यह शराब गोवा से लाई गई थी और झारखंड में इसकी बिक्री पर प्रतिबंध था। इसके अलावा, छापेमारी के दौरान विभाग ने नकली अंग्रेजी शराब की भारी खेप भी बरामद की। इस सफलता ने न केवल स्थानीय आबकारी विभाग की कार्यशैली को उजागर किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि राज्य में अवैध शराब का कारोबार कितनी बड़ी समस्या बन चुका है।
गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जब विभाग को खबर मिली कि गम्हरिया में अवैध रूप से अंग्रेजी शराब का गोदाम चलाया जा रहा है। विभाग ने तुरंत अपनी टीम बनाई और गोदाम पर दबिश दी। गोदाम की जांच के दौरान पांच लाख रुपये की अंग्रेजी शराब की बोतलें बरामद हुईं, जो विशेष रूप से गोवा से आयी थीं। इन शराब की बोतलों पर झारखंड में बिक्री पर प्रतिबंध था, जिससे यह साफ हो गया कि यह गोदाम पूरी तरह से अवैध रूप से चलाया जा रहा था।
नकली शराब का बड़ा जखीरा भी बरामद दूसरी ओर, विभाग ने इस छापेमारी में नकली शराब की भी बड़ी खेप बरामद की। यह नकली शराब विशेष रूप से उन लोगों के लिए थी, जो सस्ते दामों पर शराब खरीदने के इच्छुक थे, लेकिन यह उनके लिए खतरनाक साबित हो सकती थी। नकली शराब के कारोबार से कई तरह की बीमारियां और स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे न केवल शराब पीने वाले बल्कि समाज भी प्रभावित हो सकता है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, नकली शराब के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मिट्टी के घर में छिपा था गोदाम जब विभाग के अधिकारी गोदाम में पहुंचे तो उन्हें एक पुराने मिट्टी के घर में भारी मात्रा में शराब रखी मिली। यह गोदाम पूरी तरह से छुपकर चलाया जा रहा था और इसकी जानकारी स्थानीय लोगों तक नहीं पहुंच पाई थी। इस छापेमारी के बाद क्षेत्र में अफरातफरी मच गई और इलाके के लोग इस कार्रवाई को लेकर चर्चाओं में जुट गए। विभाग ने गोदाम संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
आबकारी विभाग की कार्यवाही पर उठे सवाल इस बड़ी कार्रवाई से यह भी सवाल उठने लगे हैं कि राज्य में अवैध शराब का कारोबार किस हद तक फैल चुका है। आबकारी विभाग के इस छापे ने यह साबित कर दिया है कि अवैध शराब के कारोबार में कुछ लोग बड़ी मात्रा में शराब का व्यापार कर रहे हैं और राज्य में इसे फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार और विभाग के लिए यह चुनौती है कि वे ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि इस तरह के अवैध व्यापार को जल्द से जल्द रोका जाए।
आखिर क्यों बढ़ रहा है अवैध शराब का कारोबार? झारखंड राज्य में अवैध शराब का कारोबार सालों से एक गंभीर समस्या बना हुआ है। इसका मुख्य कारण शराब पर लागू उच्च कर और शराब की महंगाई बताई जाती है। ऐसे में लोग सस्ती और अवैध शराब खरीदने के लिए मजबूर होते हैं। इसके अलावा, कुछ अपराधी तत्वों का इस कारोबार में सक्रिय होना और उन्हें संरक्षण मिलना भी एक अहम वजह है। अवैध शराब का कारोबार न केवल कानून व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि यह समाज में असुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न करता है।
सरकार का कदम क्या होना चाहिए? इस घटना के बाद राज्य सरकार को चाहिए कि वह अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए और भी कड़ी कार्यवाही करे। इसके अलावा, समाज में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाए, ताकि लोग अवैध शराब के खतरों को समझ सकें और इसके सेवन से बच सकें। आबकारी विभाग को इस तरह के मामलों में और अधिक सक्रिय होकर काम करना होगा ताकि इस तरह के गोदामों को समय रहते पकड़ा जा सके।
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