Maiyaan Samman Yojana : दुर्गा पूजा से पहले मंईयां सम्मान योजना की राशि, हेमंत सोरेन ने दी बड़ी सौगात
झारखंड की 50 लाख से अधिक महिलाओं के लिए खुशखबरी! मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुर्गा पूजा से पहले मंईयां सम्मान योजना की राशि भेजने का ऐलान किया। जानें कब मिलेगा पैसा और क्या है योजना का इतिहास।

दुर्गा पूजा की शुरुआत से पहले झारखंड की महिलाओं को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य की सभी "मंईयां" को दुर्गा पूजा की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए घोषणा की है कि सितंबर माह की मंईयां सम्मान योजना की राशि त्योहार से पहले ही उनके खातों में भेज दी जाएगी।
मुख्यमंत्री का यह संदेश न केवल आर्थिक मजबूती का आश्वासन देता है बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
पिछले एक वर्ष से मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत झारखंड की महिलाओं के बैंक खातों में हर महीने 2500 रुपये की राशि भेजी जा रही है। यानी सालभर में कुल 30,000 रुपये।
इस योजना का उद्देश्य है—
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महिलाओं को आर्थिक मजबूती देना
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आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाना
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स्वावलंबी और सशक्त झारखंड का सपना साकार करना
हेमंत सोरेन ने संदेश में लिखा:
"यह आप बहनों के अटूट विश्वास और समर्थन से ही संभव हुआ है। हमारी सरकार लगातार यह सम्मान राशि भेज रही है ताकि आपको आर्थिक मजबूती और आत्मनिर्भरता मिले।"
दुर्गा पूजा से पहले दुगुनी खुशी
मुख्यमंत्री ने कहा, “जोहार! दुर्गा पूजा की खुशियां इस बार होंगी दोगुनी।”
इसका साफ संकेत है कि सितंबर माह की राशि 22 सितंबर से ही भेज दी जाएगी।
योजना का लाभ राज्य की 50 लाख से अधिक महिलाओं को मिलेगा। त्योहारों के समय यह राशि महिलाओं के लिए न केवल आर्थिक राहत होगी बल्कि घर-परिवार में उत्सव को और आसान बना देगी।
योजना का इतिहास और महत्व
झारखंड में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई जाती रही हैं। लेकिन मंईयां सम्मान योजना खास इसलिए है क्योंकि यह सीधे लाभुकों के खाते में नकद राशि भेजती है।
2022 में जब योजना का ऐलान हुआ था, तब इसे ग्रामीण और शहरी गरीब परिवारों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना गया।
समाजशास्त्रियों का मानना है कि इससे महिलाओं के खर्च और बचत करने की स्वतंत्रता बढ़ी है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
हालांकि, विपक्ष का कहना है कि सरकार सिर्फ त्योहारों के मौके पर “खुशियां बांटने” की कोशिश कर रही है। लेकिन समर्थकों का तर्क है कि यह योजना महिलाओं के लिए लगातार चल रही है और इसका असर जमीनी स्तर पर दिख भी रहा है।
जनता की राय
रांची की रहने वाली रीता देवी कहती हैं—
"2500 रुपये हर महीने मिलना हमारे लिए बड़ी राहत है। पहले त्योहारों में कर्ज लेना पड़ता था, अब खर्च संभालना आसान हो गया है।"
दुर्गा पूजा से पहले महिलाओं को 2500 रुपये की आर्थिक मदद मिलना, निश्चित रूप से उनके चेहरे पर मुस्कान लाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का यह कदम राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि आने वाले समय में यह योजना महिलाओं के वोट बैंक को सीधे प्रभावित कर सकती है।
अब 22 सितंबर का इंतजार है, जब लाखों महिलाओं के खाते में सम्मान राशि पहुंचते ही उनके घरों में दुगुनी खुशी का माहौल होगा।
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