मानगो नगर निगम की लापरवाही से स्थानीय निवासियों में आक्रोश, गांधी मैदान के सौंदर्यीकरण में खानापूर्ति का आरोप
जमशेदपुर के मानगो इलाके में गांधी मैदान के सौंदर्यीकरण में नगर निगम की लापरवाही से स्थानीय निवासियों में गहरा आक्रोश है। लोगों का आरोप है कि ज़रूरी समस्याओं की अनदेखी हो रही है, जिससे पार्क असुरक्षित और बीमारियों का घर बनता जा रहा है।
जमशेदपुर के मानगो इलाके में स्थित गांधी मैदान के सौंदर्यीकरण का कार्य हाल ही में शुरू किया गया, लेकिन स्थानीय निवासियों में नगर निगम की कार्यप्रणाली को लेकर गहरी नाराजगी है। लोगों का आरोप है कि इस काम में सिर्फ दिखावा किया जा रहा है, जबकि असल में ज़रूरी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि गांधी मैदान को बच्चों के खेलकूद और स्वास्थ्य के लिए विकसित किया गया है, लेकिन इसके आसपास फैली गंदगी और कचरे के ढेर इसे गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बना रहे हैं। लोगों ने चिंता जताई है कि बच्चे यहां खेलने के बाद डेंगू, मलेरिया, और टाइफाइड जैसी बीमारियों के साथ घर लौट सकते हैं। पूरे मोहल्ले का कचरा इस ग्राउंड के आसपास फेंका जा रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा और भी बढ़ गया है।
इसके अलावा, पार्क में साफ-सफाई और सुरक्षा का भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। स्ट्रीट लाइटें काम नहीं कर रही हैं, जिससे शाम के वक्त यह जगह असुरक्षित हो जाती है। नगर निगम के सौंदर्यीकरण के काम पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि बिना मिट्टी के घास लगाने का प्रयास केवल खानापूर्ति जैसा प्रतीत होता है। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और भी बढ़ गया है।
स्थानीय निवासियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर जल्द ही नगर निगम ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया, तो मानगो के लोग धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे। उनका कहना है कि बच्चों की सेहत के लिए इस पार्क के साथ किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बिना बैरिकेटिंग के मैदान में घास लगाने का तरीका गलत है। कई साल पहले भी इसी कारण मैदान में घास लगाने का प्रयास असफल हुआ था।
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