Maiya Samman Yojana Money Transfer: ‘जो कहा सो किया’ महिलाओं के खातों में 1415 करोड़ रुपये ट्रांसफर, आपके अकाउंट में पहुंचा क्या ?

रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 56 लाख महिलाओं के खातों में 1415 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। जानें इस मंईयां सम्मान योजना का उद्देश्य और कैसे यह कदम महिलाओं के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

Jan 6, 2025 - 20:28
Jan 6, 2025 - 20:32
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Maiya Samman Yojana Money Transfer: ‘जो कहा सो किया’ महिलाओं के खातों में 1415 करोड़ रुपये ट्रांसफर, आपके अकाउंट में पहुंचा क्या ?
Maiya Samman Yojana Money Transfer: ‘जो कहा सो किया’ महिलाओं के खातों में 1415 करोड़ रुपये ट्रांसफर, आपके अकाउंट में पहुंचा क्या ?

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज यानी सोमवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाया। उन्होंने राज्य की 56 लाख 61 हजार 791 महिलाओं के बैंक खातों में कुल 1415 करोड़ 44 लाख 77 हजार रुपये ट्रांसफर किए। यह राशि मंईयां सम्मान योजना के तहत दी जा रही है, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। इस राशि का वितरण राज्य के पांच प्रमंडलों में किया गया है, जिसमें उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल को 500.81 करोड़ रुपये, दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल को 230.35 करोड़ रुपये, पलामू प्रमंडल को 190.01 करोड़ रुपये, संथाल परगना प्रमंडल को 320.87 करोड़ रुपये, और कोल्हान प्रमंडल को 173.8 करोड़ रुपये मिले हैं।

क्या है मंईयां सम्मान योजना?
यह योजना झारखंड राज्य सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने और उन्हें सम्मान देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके तहत राज्य भर की महिलाओं को सम्मान राशि के रूप में सहायता दी जा रही है, जिससे उनका आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हो सके। योजना के तहत महिलाओं को प्रतिवर्ष एक निश्चित राशि दी जाती है, जिससे उन्हें अपने परिवार के खर्चों में मदद मिल सके और वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो सकें।

नामकुम में हुआ ऐतिहासिक आयोजन
यह राशि ट्रांसफर करने का कार्यक्रम राज्यस्तरीय मंईयां सम्मान कार्यक्रम के रूप में नामकुम के खोजाटोली ट्रेनिंग ग्राउंड में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बटन दबाकर इस राशि का ट्रांसफर किया, और जैसे ही पैसे महिलाओं के खातों में पहुंचे, वहाँ उपस्थित महिलाएं खुशी से झूम उठीं। कार्यक्रम में जमकर आतिशबाजी हुई और माहौल खुशी से गूंज उठा। यह आयोजन न केवल राज्य की महिलाओं के लिए एक तोहफा था, बल्कि उनके लिए एक नया अवसर भी था, जिससे वे अपने जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ कदम रख सकें।

महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री का संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, "देश और राज्य का विकास महिलाओं के योगदान के बिना अधूरा है। महिलाओं के लिए योजनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन वास्तव में उनके विकास में रुकावटें रही हैं। झारखंड की महिलाओं में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चलने की पूरी क्षमता है।" उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की महिलाओं ने चुनावों में कमाल कर दिया और हमें जो आशीर्वाद और समर्थन दिया है, वह हम कभी नहीं भूल सकते।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "हमने वादा किया था कि राज्य की आधी आबादी को उनका हक और अधिकार मिलेगा। हम उनकी मदद करेंगे उनके सपनों को पूरा करने में और उन्हें स्वावलंबी बनाने का संकल्प लिया था। आज हमने वह कदम उठाया है, जो आने वाले समय में राज्य के विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को सुनिश्चित करेगा।"

इतिहास की एक और मील का पत्थर
झारखंड राज्य की स्थापना 2000 में हुई थी, और तब से यहां की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। मंईयां सम्मान योजना भी उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने में भी मदद करेगी। राज्य सरकार का यह कदम भविष्य में अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण बन सकता है, और अन्य राज्यों की सरकारें भी इस तरह की योजनाओं को लागू करने पर विचार कर सकती हैं।

महिलाओं की भूमिका में बदलाव
हेमंत सोरेन ने यह भी बताया कि महिलाएं अब केवल घर-परिवार की जिम्मेदारी तक ही सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि राज्य के विकास में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी। इस योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली राशि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी और वे अपने परिवारों के साथ-साथ समाज में भी एक मजबूत और प्रभावी भूमिका निभाएंगी।

यह योजना महिलाओं को एक नया आत्मविश्वास देती है और उन्हें अपने जीवन को और बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करती है। अब देखना यह है कि इस कदम से महिलाओं के जीवन में आने वाले बदलाव राज्य के विकास को कैसे प्रभावित करते हैं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।