Ranchi Membership Drive: झामुमो का राज्यभर में बड़ा अभियान!

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने रांची से सदस्यता अभियान शुरू किया। जानें, कैसे यह अभियान राज्य की राजनीति को प्रभावित करेगा और झामुमो की चुनावी रणनीति क्या है।

Jan 20, 2025 - 18:07
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Ranchi Membership Drive: झामुमो का राज्यभर में बड़ा अभियान!
Ranchi Membership Drive: झामुमो का राज्यभर में बड़ा अभियान!

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने राज्य की राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत कर दी है। यह अभियान न केवल आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी का हिस्सा है, बल्कि पार्टी को जमीनी स्तर पर और मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम भी माना जा रहा है।

कैसे शुरू हुआ यह अभियान?

इस सदस्यता अभियान का औपचारिक आगाज रांची के ऐतिहासिक अल्बर्ट एक्का चौक से हुआ। रांची जिला समिति के नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां पार्टी के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। पार्टी का लक्ष्य 50 लाख नए सदस्यों को जोड़ना है, जिसमें रांची जिले के लिए 5 लाख सदस्यों का टारगेट रखा गया है।

डोर-टू-डोर कैंपेनिंग का जोर

पार्टी के मुताबिक, यह अभियान 20 जनवरी 2025 से शुरू होकर 28 फरवरी 2025 तक चलेगा। इसमें झामुमो के कार्यकर्ता प्रखंड और वार्ड स्तर पर घर-घर जाकर पार्टी का संदेश पहुंचाएंगे। खास बात यह है कि यह अभियान डिजिटल तकनीकों और पारंपरिक तरीकों का बेहतरीन मिश्रण होगा।

इतिहास से सीख और झामुमो का उद्देश्य

झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन 1972 में शिबू सोरेन ने किया था। उस समय यह पार्टी झारखंड राज्य के गठन और आदिवासी अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन कर रही थी। आज, पार्टी का मुख्य फोकस राज्य के विकास और सभी वर्गों को एकजुट करना है।

पार्टी ने अपने सदस्यता अभियान में उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की योजना बनाई है, जहां से उसे पहले अच्छा समर्थन मिलता रहा है। इसके अलावा, नए युवा मतदाताओं को जोड़ना भी अभियान का एक महत्वपूर्ण पहलू है।

डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग

इस अभियान को डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए भी प्रचारित किया जा रहा है। झामुमो ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर वीडियो और संदेश जारी किए हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन सदस्यता प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है, ताकि लोग आसानी से पार्टी से जुड़ सकें।

पार्टी के नेताओं की रणनीति

झामुमो के नेताओं का मानना है कि यह सदस्यता अभियान न केवल पार्टी की जमीनी पकड़ को मजबूत करेगा, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी जीत की संभावनाओं को भी बढ़ाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस अभियान के दौरान नियमित रूप से लोगों से संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करेंगे।

सदस्यता अभियान क्यों है खास?

  1. बड़ी संख्या में सदस्य जोड़ने का लक्ष्य: राज्यभर में 50 लाख सदस्य जोड़ने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य।
  2. डिजिटल और परंपरागत तरीके: सोशल मीडिया और डोर-टू-डोर कैंपेनिंग का अनूठा मेल।
  3. ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों पर फोकस: झामुमो ने शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना बनाई है।

क्या है पार्टी का मुख्य उद्देश्य?

इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ सदस्य जोड़ना नहीं, बल्कि झारखंड के लोगों को पार्टी के विकास के एजेंडे से जोड़ना है। पार्टी का दावा है कि झामुमो की नीतियां सभी वर्गों के विकास के लिए काम करती हैं।

अभियान की संभावनाएं और चुनौतियां

जहां एक तरफ इस अभियान से झामुमो को अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिलेगा, वहीं दूसरी ओर अन्य पार्टियां भी चुनावी तैयारियों में जुटी हैं। ऐसे में झामुमो के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि वह किस हद तक इस अभियान को सफल बना पाती है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा का यह सदस्यता अभियान राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रहा है। झामुमो की यह रणनीति आगामी चुनावों में उसे कितना फायदा पहुंचाती है, यह तो वक्त बताएगा। लेकिन इतना तय है कि यह अभियान झारखंड की राजनीति को नई दिशा देने का माद्दा रखता है।

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