Khunti Police का बड़ा खुलासा: PLFI के दो आतंकवादी गिरफ्तार, खतरनाक हथियार बरामद!

खूंटी में पुलिस ने पीएलएफआई के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया, साथ में मिले खतरनाक हथियार और कारतूस। जानिए इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी और इसके पीछे की खुफिया जानकारी।

Jan 6, 2025 - 20:21
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Khunti Police का बड़ा खुलासा: PLFI के दो आतंकवादी गिरफ्तार, खतरनाक हथियार बरामद!
Khunti Police का बड़ा खुलासा: PLFI के दो आतंकवादी गिरफ्तार, खतरनाक हथियार बरामद!

Khunti Police ने 5 जनवरी को एक बड़ी कार्रवाई में पीएलएफआई (People's Liberation Front of India) के दो खतरनाक सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के पास से पुलिस को एक नली की देशी राइफल, 8 एमएम के दो कारतूस, 7.65 एमएम के नौ कारतूस, दो मोबाइल फोन, और चार पीएलएफआई के पर्चे बरामद हुए हैं। इस गिरफ्तारगी ने एक बार फिर से इस प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन की खतरनाक गतिविधियों को उजागर कर दिया है।

विकास गोप और निमेश गोप की गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्धों के नाम हैं विकास गोप (28) और निमेश गोप (21)। दोनों खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे गांव के निवासी हैं। गुप्त सूचना के आधार पर इन दोनों को कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल से गिरफ्तार किया गया है। दिलचस्प बात यह है कि ये दोनों युवक लंबे समय से पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य थे, जो राज्य के विभिन्न हिस्सों में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे।

खुफिया जानकारी के आधार पर छापेमारी
खूंटी के एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। जानकारी मिली थी कि कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल में कुछ पीएलएफआई सदस्य किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। इसके बाद एसपी ने तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) खिस्तोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में एक टीम गठित की। छापेमारी के दौरान पुलिस को दो संदिग्धों के पास से अवैध हथियार और गोलियां मिलीं, जिनसे यह स्पष्ट हुआ कि ये लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे।

पीएलएफआई के कैद सदस्य ने करवाई फायरिंग
गिरफ्तार पीएलएफआई के दोनों सदस्यों ने पुलिस से बयान में बताया कि होटवार जेल में बंद शिवकुमार साहू उर्फ चरकू और अन्य पीएलएफआई सदस्य लगातार खूंटी में फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि खूंटी जिले में कुछ ग्रुप के सदस्यों से फायरिंग करवाई गई थी। इससे यह भी साबित होता है कि जेल से बाहर बैठे नेता भी पीएलएफआई की गतिविधियों को चला रहे हैं।

विकास गोप के खिलाफ दर्ज हैं कई केस
विकास गोप के खिलाफ कर्रा थाना में पहले से ही दो केस दर्ज थे। एक केस 2018 में और दूसरा 2021 में। 2018 में उसे आर्म्स एक्ट के तहत आरोपित किया गया था, जबकि 2021 में उसे आर्म्स एक्ट और सीएलए एक्ट की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था। विकास गोप पर कुल मिलाकर कई गंभीर आरोप हैं, जो उसकी आपराधिक गतिविधियों को दर्शाते हैं।

पुलिस टीम का समर्पण और सफलता
इस पूरी छापेमारी में एसडीपीओ खिस्तोफर केरकेट्टा के अलावा कर्रा थाना के मनीष कुमार, तोरपा अंचल के पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह और अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे। इनकी तत्परता और निडरता ने पुलिस को बड़ी सफलता दिलाई। इस सफलता से पुलिस को इस उग्रवादी संगठन के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।

इतिहास की ओर एक नजर
पीएलएफआई का गठन 2000 के दशक की शुरुआत में हुआ था, और यह संगठन झारखंड और बिहार के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय है। इसके सदस्यों ने समय-समय पर कई अपराधों को अंजाम दिया है, जिनमें उगाही, हत्या और विस्फोटक घटनाएं शामिल हैं। इनकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जाती है, और यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा किए गए संघर्ष का हिस्सा है, जो इस तरह के संगठन को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

इस तरह की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस अब इस उग्रवादी संगठन के खिलाफ और भी मजबूत कदम उठा रही है। यदि पुलिस इसी तरह सक्रिय रही, तो आने वाले समय में पीएलएफआई जैसी उग्रवादी ताकतों का सफाया किया जा सकेगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।