Jharkhand Decision: बिना UPSC परीक्षा के IAS बनने वाले 9 अफसरों की लिस्ट आई सामने
झारखंड के 9 प्रशासनिक अधिकारी जल्द ही बिना UPSC परीक्षा पास किए IAS बनेंगे। जानिए नामों की सूची और प्रक्रिया की पूरी जानकारी।
UPSC की कठिन परीक्षा पास किए बिना ही झारखंड प्रशासनिक सेवा (JAS) के 9 अधिकारियों को जल्द ही IAS के पद पर प्रोन्नत किया जाएगा। यह फैसला बुधवार को नई दिल्ली में मुख्य सचिव अलका तिवारी और UPSC के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में लिया गया। यह प्रक्रिया झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के लिए एक ऐतिहासिक मौका बन गई है।
IAS बनने का सफर: कैसे होता है प्रमोशन?
आम तौर पर IAS बनने का सपना करोड़ों युवा UPSC परीक्षा के जरिए पूरा करते हैं।
- हर साल लाखों उम्मीदवार IAS बनने के लिए UPSC परीक्षा की तैयारी करते हैं।
- लेकिन सरकार कुछ वरीय प्रशासनिक अधिकारियों को सीधी प्रोन्नति देकर IAS बनाती है।
इस प्रक्रिया के तहत झारखंड के 9 अधिकारियों को IAS बनाने की मंजूरी मिली है।
- इन पदों को 2023 के रिक्तियों के तहत भरा जाएगा।
- UPSC चयनित अधिकारियों के नाम कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) को भेजेगा।
- केंद्र सरकार की सहमति के बाद IAS बनने की अधिसूचना जारी होगी।
कौन हैं वे 9 अधिकारी जो बनेंगे IAS?
बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद 9 अधिकारियों के नाम फाइनल किए गए:
- सुधीर दास
- सुधीर बाड़ा
- अनिल कुमार तिर्की
- पशुपतिनाथ मिश्रा
- राजकुमार गुप्ता
- नीलम लता
- संजय कुमार
- पवन मंडल
- शैल प्रभा कुजूर
IAS बनने का प्रोसेस और इतिहास
IAS में प्रमोशन की यह प्रक्रिया नई नहीं है।
- 1951 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की स्थापना के बाद, केंद्र सरकार ने राज्य सेवाओं के अधिकारियों को प्रमोट करने का प्रावधान रखा।
- इस प्रक्रिया का मकसद राज्य स्तर पर कार्यरत प्रतिभाशाली अधिकारियों को राष्ट्रीय सेवा में लाना है।
हालांकि, UPSC परीक्षा के जरिए IAS बनने वालों की तुलना में प्रमोटेड IAS अधिकारियों की संख्या कम होती है।
- हर साल: कुल IAS अधिकारियों का केवल 33% प्रमोशन के जरिए चुना जाता है।
- इसके लिए उम्मीदवारों को कम से कम 15 साल का प्रशासनिक अनुभव होना जरूरी है।
प्रक्रिया में क्या है खास?
इस बार झारखंड सरकार ने 30 नामों का पैनल UPSC को भेजा था।
- इन नामों पर विस्तृत चर्चा के बाद 9 अधिकारियों को चुना गया।
- यह बैठक मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अविनाश कुमार, और कार्मिक सचिव प्रवीण टोप्पो की मौजूदगी में हुई।
IAS प्रमोशन का महत्व
प्रमोशन के जरिए IAS बनने वाले अधिकारी:
- अनुभवी होते हैं: उनके पास लंबे समय का प्रशासनिक अनुभव होता है।
- तेजी से काम कर सकते हैं: ये अधिकारी पहले से ही सिस्टम के अंदर होते हैं, जिससे फैसले लेने में आसानी होती है।
- प्रभावी प्रशासन: ये अधिकारी स्थानीय मुद्दों को गहराई से समझते हैं, जिससे समाज को फायदा होता है।
UPSC परीक्षा का महत्व फिर भी बना रहेगा
IAS बनने के लिए UPSC परीक्षा आज भी सबसे कठिन और प्रतिष्ठित तरीका है।
- हर साल लाखों युवा इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन सफलता का प्रतिशत मात्र 0.1% है।
- यह परीक्षा तीन चरणों (प्रारंभिक, मुख्य, और साक्षात्कार) में आयोजित होती है।
हालांकि, प्रमोशन के जरिए IAS बनने वाले अधिकारी उन युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो सोचते हैं कि केवल UPSC ही एकमात्र रास्ता है।
क्या है अगले कदम?
- UPSC अब चयनित नामों को केंद्र सरकार को भेजेगा।
- केंद्र की सहमति के बाद अगले 10-15 दिनों में इन अधिकारियों को IAS का दर्जा मिल जाएगा।
आखिरी शब्द:
झारखंड के इन 9 अधिकारियों की यह सफलता यह साबित करती है कि मेहनत और अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता।
- प्रमोशन के जरिए IAS बनने की प्रक्रिया उन अधिकारियों के लिए एक सुनहरा मौका है, जिन्होंने सालों तक जनता और सरकार की सेवा की है।
- झारखंडवासियों के लिए यह गर्व का पल है और आने वाले समय में ये अधिकारी राज्य और देश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।
IAS बनने की चाह रखने वाले युवाओं, यह कहानी आपको प्रेरित कर सकती है कि रास्ता कोई भी हो, अगर लक्ष्य बड़ा है तो मेहनत और लगन से आप उसे हासिल कर सकते हैं।
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