सिदगोड़ा में गलत तरीके से आदिवासी जमीन बेचने का आरोप, पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी
मशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र में आदिवासी जमीन को गलत तरीके से बेचने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र में आदिवासी जमीन को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। बड़ाबाकी के निवासी मलिंदर सिंह ने आरोप लगाया है कि उनकी पैतृक जमीन को गलत तरीके से बेच दिया गया है और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है। न्याय की मांग करते हुए, मलिंदर सिंह गुरुवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे।
जमीन विवाद की पूरी कहानी
मलिंदर सिंह का कहना है कि उनका सिदगोड़ा मौजा बाड़ा में 0.50 एकड़ पैतृक भूमि है। 6 जुलाई 2024 को उन्होंने देखा कि विमलेश कुमार अग्रवाल उस जमीन पर निर्माण कार्य करवा रहे थे। जानकारी मिलने पर मलिंदर सिंह और उनके भाई अनिल सिंह वहां पहुंचे और उन्हें पता चला कि राज लकड़ा ने वह जमीन विमलेश कुमार अग्रवाल को 30 लाख रुपये में बेच दी है।
मलिंदर सिंह ने यह भी बताया कि जब वे जमीन से लौट रहे थे, तब सिदगोड़ा से एग्रिको की ओर जाने वाले सड़क पर राज लकड़ा और कुछ असमाजिक तत्वों ने उन्हें रोका और धमकी दी। राज लकड़ा ने कहा कि उसने जमीन बेच दी है और पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर वह ऐसा करने का अधिकार रखता है। मलिंदर सिंह का कहना है कि पावर ऑफ अटॉर्नी केवल जमीन की देखरेख के लिए दिया गया था, न कि उसे बेचने के लिए।
पुलिस में शिकायत
मलिंदर सिंह ने इस मामले की शिकायत एसएसपी से की है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस विवाद में उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है और पुलिस को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए।
यह मामला आदिवासी जमीन के अधिकारों और उनके संरक्षण से जुड़ा हुआ है। प्रशासन को इस मामले में सख्त और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसे विवादों से बचा जा सके।
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