Jamshedpur: टाटा स्टील ने किया Mining Contest का आयोजन, खनन सुरक्षा को मिला बढ़ावा
जमशेदपुर में डीजीएमएस चाईबासा क्षेत्र के तत्वाधान में खान सुरक्षा सप्ताह पर ट्रेड टेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन। जानें, कैसे Tata Steel की पहल खनन सुरक्षा में योगदान दे रही है।
जमशेदपुर: खनन सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से डीजीएमएस चाईबासा क्षेत्र के तत्वाधान में 62वें वार्षिक खान सुरक्षा सप्ताह के तहत टाटा स्टील के विजय 2 लौह अयस्क खदान में ट्रेड टेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में ए वन बी ग्रुप के प्रतिभागियों ने भाग लिया और खनन क्षेत्र में अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में मैकेनिकल और ऑपरेटर श्रेणी के प्रतिभागी शामिल हुए। इसमें मनोहरपुर लौह अयस्क खदान (मेसर्स सेल), बंदूहुरंग ओपन कास्ट माइन (मेसर्स यूसीआईएल), पारंबलजोड़ी लौह एवं मैंगनीज अयस्क खदान और विजय 2 लौह अयस्क खदान से खनिकों ने हिस्सा लिया।
खनन सुरक्षा सप्ताह: इतिहास और महत्व
खनन सुरक्षा सप्ताह भारत में खनन उद्योग में सुरक्षा मानकों को बढ़ावा देने का एक वार्षिक अवसर है। इस पहल की शुरुआत खनन कार्यों में श्रमिकों की सुरक्षा और उनके कार्यक्षेत्र में बेहतर माहौल सुनिश्चित करने के लिए की गई थी।
खनन जैसे चुनौतीपूर्ण और खतरनाक उद्योग में डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ माइन्स सेफ्टी (DGMS) का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। यह प्रतियोगिता न केवल खनिकों को उनके कौशल में निपुण बनाती है, बल्कि उन्हें सुरक्षा उपायों के प्रति भी जागरूक करती है।
प्रतियोगिता की मुख्य झलकियां
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प्रतिभागियों का प्रदर्शन:
- मनोहरपुर लौह अयस्क खदान (मेसर्स सेल)
- बंदूहुरंग ओपन कास्ट माइन (मेसर्स यूसीआईएल)
- पारंबलजोड़ी लौह एवं मैंगनीज अयस्क खदान
- विजय 2 लौह अयस्क खदान
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मूल्यांकन प्रक्रिया:
- एक विशेषज्ञ टीम ने प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया।
- इस टीम में ए वन बी ग्रुप के अधिकारी शामिल थे।
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प्रतियोगिता का उद्देश्य:
- खनिकों के कौशल का परीक्षण।
- खनन उद्योग में सुरक्षा मानकों को बढ़ावा देना।
- खनिकों को आधुनिक तकनीक और सुरक्षा उपायों से परिचित कराना।
टाटा स्टील का योगदान: खनन क्षेत्र में नई ऊंचाइयां
टाटा स्टील हमेशा से खनन और उद्योग सुरक्षा में अग्रणी रहा है। इस बार भी कंपनी ने खनन सुरक्षा सप्ताह के दौरान एक मंच प्रदान किया, जहां खनिक अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकते हैं।
टाटा स्टील ने खनन क्षेत्र में सुरक्षा तकनीकों को लागू करने और कार्यस्थल पर बेहतर माहौल बनाने के लिए कई पहल की हैं। यह आयोजन इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
खनन सुरक्षा और भविष्य
खनन उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है। ऐसे में सुरक्षा उपायों को लागू करना और खनिकों को प्रशिक्षित करना बेहद जरूरी है। इस तरह के आयोजन न केवल खनिकों के लिए एक प्रेरणा हैं, बल्कि यह उद्योग में सुरक्षा मानकों को भी नई दिशा प्रदान करते हैं।
62वें वार्षिक खान सुरक्षा सप्ताह के तहत आयोजित यह प्रतियोगिता खनिकों के लिए एक बेहतरीन अवसर साबित हुई। डीजीएमएस चाईबासा क्षेत्र और टाटा स्टील की यह पहल खनन उद्योग में सुरक्षा और कौशल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस तरह के आयोजन खनिकों को प्रेरित करते हैं और खनन क्षेत्र को और सुरक्षित बनाते हैं। खनिकों और उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से न केवल खनन क्षेत्र की उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि यह उद्योग को अंतरराष्ट्रीय मानकों के करीब भी लाएगा।
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