District Meeting: जमशेदपुर में अनुकंपा समिति की बैठक, 12 परिवारों के लिए खुशखबरी, मिलेगी सरकारी नौकरी
जमशेदपुर में डीसी ऑफिस में हुई अनुकंपा समिति की बैठक, जिसमें 22 मामलों में से 12 को नौकरी की अनुशंसा मिली। जानिए कौन से विभागों के आवेदन किए गए और किसे मिली नियुक्ति।
जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार डीसी ऑफिस (समारणालय सभागार) में जिला अनुकंपा समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कुल 22 मामलों पर विचार किया गया, जिसमें से 12 मामलों में नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। यह बैठक एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान की अध्यक्षता में हुई, जिसमें अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
समिति ने किन मामलों पर किया निर्णय?
बैठक में एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, एडीसी भगीरथ प्रसाद, स्थापना उप समाहर्ता मृत्युंजय कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी शंकराचार्य समद और संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। समिति ने आवेदकों से विभिन्न दस्तावेजों की जानकारी ली, जिसमें अभिभावक का मृत्यु प्रमाण पत्र, परिवार के सदस्यों की जानकारी, एनओसी और संबंधित विभागों में रिक्त पदों की जानकारी शामिल थी।
कुल 22 मामलों में से 12 को मिली नियुक्ति की अनुशंसा
इस बैठक में कुल 22 मामलों पर चर्चा की गई, जिनमें से 12 मामलों को नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। इन मामलों में विभिन्न विभागों से आवेदनों पर विचार किया गया, जिनमें लघु वितरणी प्रमंडल सं-2 से 1 आवेदन, सहायक आयुक्त उत्पाद कार्यालय से 1 आवेदन, खरकई लिंक नहर प्रमंडल से 1 आवेदन, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल आदित्यपुर से 1 आवेदन, नहर रूपांकण प्रमंडल सं-1 से 1 आवेदन, शिक्षा विभाग से 5 आवेदन, और स्वास्थ्य विभाग से 2 आवेदन शामिल थे।
समिति ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित किया कि सभी आवेदनों की सही तरीके से जांच की जाए और इनकी सटीकता को ध्यान में रखते हुए, योग्य आश्रितों को नियुक्ति दी जाए।
किसे मिली नियुक्ति?
इस बैठक में कुल 12 आवेदनों में से 8 आश्रितों को वर्ग 3 में और 4 आश्रितों को वर्ग 4 में नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई। यह कदम उन परिवारों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, जिन्होंने सरकारी नौकरी पाने के लिए आवेदन किया था।
समिति के इस निर्णय से उन परिवारों को काफी उम्मीदें हैं, जिनके अभिभावक की मृत्यु के बाद वे नौकरी की तलाश में थे। सरकारी नौकरी प्राप्त करने से न केवल उनका आर्थिक संकट दूर होगा, बल्कि उन्हें परिवार की देखभाल करने में भी मदद मिलेगी।
समिति की कार्रवाई में पारदर्शिता और तत्परता
जिला अनुकंपा समिति ने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने का पूरा प्रयास किया। आवेदनकर्ताओं के दस्तावेजों की जांच और उनके द्वारा प्रस्तुत जानकारी की पुष्टि की गई, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि केवल योग्य आश्रितों को ही सरकारी नौकरी मिले। यह प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी रही, जिससे लोगों का प्रशासन पर विश्वास और बढ़ा है।
आगे की प्रक्रिया क्या होगी?
अब, जिन आवेदनों को अनुशंसा की गई है, उनके लिए संबंधित विभागों से नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे पहले संबंधित विभागों को आवेदन की सूची भेजी जाएगी और नियुक्ति के लिए अंतिम स्वीकृति प्राप्त की जाएगी।
इस बैठक में, अनुकंपा नियुक्ति के लिए जिन आश्रितों को नियुक्ति की अनुशंसा मिली है, उन्हें जल्द ही सरकारी सेवा में स्थान प्राप्त होगा। इसके साथ ही, अधिकारियों ने यह भी कहा कि भविष्य में और भी अनुकंपा नियुक्तियों के लिए ऐसे अभियान चलाए जाएंगे, जिससे अधिक से अधिक लोगों को सरकारी सेवा का लाभ मिल सके।
समाज के लिए एक सकारात्मक पहल
जिला प्रशासन की यह पहल समाज में एक सकारात्मक संदेश देती है कि सरकार अपने नागरिकों की भलाई के लिए तत्पर है और उनके परिवारों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। विशेष रूप से ऐसे समय में जब कई परिवार सरकारी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे होते हैं, ऐसे निर्णय उनके लिए एक नई उम्मीद लेकर आते हैं।
इस प्रकार की बैठकें यह सुनिश्चित करती हैं कि उन परिवारों को समर्थन मिले जिनके पास अन्य कोई साधन नहीं होता। अनुकंपा योजना के तहत यह सुनिश्चित किया जाता है कि सरकारी सेवा में परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु के बाद परिवार को आर्थिक सहायता मिल सके।
जमशेदपुर के इस अनुकंपा समिति की बैठक ने कई परिवारों को एक नई दिशा दी है और उनके लिए सरकारी नौकरी पाने का रास्ता साफ किया है। इस प्रकार के निर्णय न केवल रोजगार की समस्या का समाधान करते हैं, बल्कि समाज में एकता और सहानुभूति की भावना भी बढ़ाते हैं। अब देखना यह होगा कि यह प्रक्रिया किस गति से आगे बढ़ेगी और इन 12 परिवारों के लिए नियुक्ति के आदेश कब जारी किए जाएंगे।
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