Jamshedpur Accident: पारडीह कालीमंदिर के पास अनियंत्रित ऑटो पलटा, 5 घायल
जमशेदपुर में पारडीह कालीमंदिर के पास एक अनियंत्रित ऑटो पलटने से 5 लोग घायल हो गए। चालक नशे में था। घायलों को MGM अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें।
जमशेदपुर, 4 जनवरी 2025: शुक्रवार रात जमशेदपुर के पारडीह कालीमंदिर से मिर्जाडीह जाने वाली मुख्य सड़क पर एक अनियंत्रित ऑटो पलटने से 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की वजह ऑटो चालक का नशे में होना बताया जा रहा है।
घायलों में ऑटो चालक के साथ मानगो पारडीह इंदिरा कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय पढ़ो महतो, भरत तंतूबाई (40 वर्ष), एक महिला नजमा और उनका पुत्र शामिल हैं। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से तुरंत MGM अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पढ़ो महतो और भरत तंतूबाई का इलाज जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार रात करीब 9 बजे पारडीह कालीमंदिर से मिर्जाडीह की ओर जा रहे एक ऑटो में 5 लोग सवार थे। ऑटो चालक नशे में धुत था, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया।
भरत तंतूबाई ने बताया,
"मैं मिर्जाडीह हाट बाजार से लौट रहा था। हम मजदूरी का काम करते हैं और घर वापस जाने के लिए इस ऑटो में सवार हुए थे। ड्राइवर नशे में था, लेकिन हमें इसका अंदाजा नहीं था। अचानक ऑटो पलट गया और हम सभी घायल हो गए।"
नजमा ने बताया कि वे अपने पुत्र के साथ नीमडीह से लौट रही थीं। दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को ऑटो से बाहर निकाला और एमजीएम अस्पताल पहुंचाया।
क्या था हादसे का कारण?
इस दुर्घटना का मुख्य कारण ड्राइवर का शराब के नशे में होना बताया जा रहा है।
- ड्राइवर नशे में था।
- ओवरलोडिंग का कोई जिक्र नहीं।
- वाहन की तकनीकी खराबी की पुष्टि नहीं हुई।
इतिहास में नशे के कारण हादसे:
झारखंड सहित देशभर में ड्रंक ड्राइविंग एक गंभीर समस्या रही है। 2019 में, NCRB की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल 10,000 से ज्यादा सड़क हादसे नशे में गाड़ी चलाने के कारण होते हैं।
2022 में भी जमशेदपुर में एक बड़े हादसे में 3 लोगों की जान गई थी, जब नशे में धुत्त एक ट्रक ड्राइवर ने बाइक को टक्कर मार दी थी।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए?
- सख्त जांच अभियान: पुलिस ने अब शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू कर दिया है।
- ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट: पुलिस रात में ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट कर रही है।
- सख्त कानून: मोटर व्हीकल एक्ट के तहत शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 10,000 रुपये का जुर्माना और लाइसेंस रद्द करने का प्रावधान है।
जनता की भूमिका और सुरक्षा उपाय:
- ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
- शराब पीकर वाहन न चलाएं।
- संदिग्ध ड्राइवर की तुरंत शिकायत करें।
जमशेदपुर ऑटो दुर्घटना एक बड़ा सबक है कि ड्रंक ड्राइविंग न केवल चालक बल्कि यात्रियों और राहगीरों के लिए भी खतरनाक है। प्रशासन को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें।
क्या आप भी कभी नशे में वाहन चलाने वाले का शिकार हुए हैं? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर साझा करें।
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