महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर सेना-पुलिस के वीरों का सम्मान: जानिए क्यों गिरती सामाजिक व्यवस्था पर चिंता जताई गई!

जमशेदपुर में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर विशेष कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों और पूर्व सैनिकों का सम्मान किया गया। इस समारोह में सामाजिक व्यवस्था के गिरते स्तर पर गहरी चिंता जताई गई।

Oct 2, 2024 - 21:48
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महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर सेना-पुलिस के वीरों का सम्मान: जानिए क्यों गिरती सामाजिक व्यवस्था पर चिंता जताई गई!
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर सेना-पुलिस के वीरों का सम्मान: जानिए क्यों गिरती सामाजिक व्यवस्था पर चिंता जताई गई!

महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर सेना और पुलिसकर्मियों का भव्य सम्मान समारोह: समाज में गिरती व्यवस्था पर गहरी चिंता

जमशेदपुर, 2 अक्टूबर 2024: गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जयंती के मौके पर सिंहभूम केंद्रीय वरिष्ठ नागरिक समिति द्वारा जमशेदपुर के साकची स्थित गांधी घाट पार्क में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में उन पुलिसकर्मियों और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट कार्य से समाज में आदर्श स्थापित किए हैं।

मुख्य अतिथि और विशेष अतिथियों का संदेश: समाज के गिरते मूल्यों पर चिंता

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय थे, जबकि मजदूर नेता राकेश्वर पांडे और जुस्को के डीजीएम कर्नल अर्नेस्ट पाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समिति के केंद्रीय अध्यक्ष शिव पुजन सिंह ने दोनों महान विभूतियों - महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री - के जीवन और उनके आदर्शों पर प्रकाश डाला। उन्होंने समिति के उद्देश्यों और समाज में उनके योगदान के महत्व को भी बताया।

राकेश्वर पांडे ने अपने संबोधन में समाज में गिरती सामाजिक व्यवस्था पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति और संस्कारों का ह्रास हो रहा है और सामाजिक मूल्यों की गिरावट से बचने के लिए हमें मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने बुद्धिजीवियों के लिए एक विचार गोष्ठी आयोजित करने का आग्रह किया, ताकि बिगड़ती सामाजिक व्यवस्था पर गहन मंथन किया जा सके।

मुख्य अतिथि सरयू राय ने कहा कि महात्मा गांधी ने न केवल भारत को आजाद कराया बल्कि उन्होंने आजाद भारत की सामाजिक व्यवस्था की भी कल्पना की थी। लेकिन उनके सिद्धांतों से समाज दूर होता जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है।

उत्कृष्ट कार्य करने वाले वीरों का सम्मान

इस समारोह में जमशेदपुर पुलिस के पुलिसकर्मी वसीम खान, विरेंद्र नाथ कुमार, डेनियल सांगा, पीसी सिन्हा और नीरज कुमार को उनकी बहादुरी और उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही, चांडिल डैम में दुर्घटनाग्रस्त जहाज और उसमें सवार प्रशिक्षु और पायलट के शव का पता लगाने में नौसेना की सर्वे और गोताखोर टीम की मदद करने वाले पूर्व सैनिक सेवा परिषद के 7 पूर्व सैनिकों और 3 सिविलियंस को भी सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वालों में सुशील कुमार सिंह, राजीव रंजन, दिनेश सिंह, सतनाम सिंह, अशोक श्रीवास्तव, हँसराज सिंह, डॉक्टर कमल शुक्ला, ईश्वर चंद शर्मा, महेश जोशी और एसएन पॉल शामिल थे। कर्नल अर्नेस्ट पाल और सुशील कुमार सिंह ने कहा कि यह संस्था झारखंड में पहली ऐसी सामाजिक संस्था है जो पुलिसकर्मियों, पूर्व सैनिकों और शहीद परिवारों को सम्मानित करती रहती है।

देशभक्ति की कविताओं और प्रेरक संदेशों से भरा समारोह

समारोह में निवेदिता श्रीवास्तव और शेषनाथ शरद ने अपनी देशभक्ति कविताओं से सभी को मोहित कर दिया। मंच का संचालन मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव ने किया और धन्यवाद ज्ञापन सुशील कुमार सिंह ने किया।

इस कार्यक्रम में शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति जैसे शम्भू नाथ सिंह, कविता परमार, सुशील श्रीवास्तव, वाईपी सिंह, प्रशांत कुमार सिंह, रेनू सिंह, अनिता सिंह, रमेश कुमार, मुन्ना चौबे, रिचर्ड पसायन, कैलाश प्रसाद, दिनेश प्रसाद, विशम्बर साहू, विशम्बर शर्मा, जेएन अग्रवाल, पन्ना लाल गौड़ और संजीव आचार्या उपस्थित थे।

समाज की बिगड़ती व्यवस्था पर एक नई सोच की पहल

इस आयोजन ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि समाज में गिरती हुई मूल्यों की स्थिति पर चिंता जताने और सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने का समय आ गया है। सरयू राय और राकेश्वर पांडे के संदेश से यह स्पष्ट है कि अगर हमें अपने समाज को बचाना है तो हमें महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों पर चलना होगा।

समाज में गिरती व्यवस्था को सुधारने और हमारे समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वीरों को सम्मानित करने के लिए इस तरह के आयोजन बेहद आवश्यक हैं। यह समारोह महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की शिक्षाओं का अनुसरण करने और समाज में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।