पोटका में एकलव्य मॉडल स्कूल का पीएम मोदी ने ऑनलाइन उद्घाटन: जानिए कैसे बदलेंगे 240 बच्चों के भविष्य!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोटका में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया। इस स्कूल से आदिवासी बच्चों को मिलेगी उच्च शिक्षा और आवासीय सुविधा। जानिए इस विद्यालय की खासियत और इसका भविष्य पर प्रभाव।
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय पोटका का पीएम मोदी ने ऑनलाइन उद्घाटन: आदिवासी शिक्षा को मिलेगा नया आयाम
पूर्वी सिंहभूम, 2 अक्टूबर 2024: पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड के पोड़ाडीहा पंचायत स्थित मंगलासाई में बने एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय पोटका का आज ऑनलाइन उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग से किया। यह विद्यालय जनजातीय बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और आवासीय सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से स्थापित किया गया है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर विद्यालय परिसर में एक शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पोटका के माननीय विधायक संजीव सरदार मौजूद थे। साथ ही सांसद प्रतिनिधि उपेंद्रनाथ सरदार, जिला परिषद सदस्य सूरज मंडल, श्रीमती सविता सरदार, श्रीमती सोनमनी सरदार और पंचायत मुखिया दुखनीमाई सरदार भी उपस्थित रहीं।
शिक्षा के क्षेत्र में नया मील का पत्थर
माननीय विधायक संजीव सरदार ने अपने संबोधन में बताया कि इस विद्यालय का संचालन जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से किया जाएगा। शिक्षकों की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी, जबकि गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। विधायक ने कहा, "हमारी कामना है कि यहां पढ़ने वाले आदिवासी बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करें और क्षेत्र का नाम रोशन करें।"
इस शैक्षणिक वर्ष में कक्षा छह में 120-120 आदिवासी छात्र-छात्राओं का नामांकन लिया जाएगा। विद्यालय में कुल 240 छात्र-छात्राओं के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इस विद्यालय का निर्माण करीब 17.50 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य आदिवासी बच्चों को एक सुरक्षित और शिक्षा के अनुकूल वातावरण में पढ़ाई के लिए प्रेरित करना है।
दूसरे चरण में होगी और सुविधा का विस्तार
वर्तमान में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय पोटका में 240 छात्रों को पढ़ने और रहने की सुविधा है। इसके अलावा, दूसरे चरण में भी 240 और छात्रों के लिए आवासीय भवन का निर्माण किया जाएगा, ताकि और अधिक बच्चों को इस शैक्षणिक अवसर का लाभ मिल सके। विद्यालय के संचालन के लिए प्राचार्य की नियुक्ति भी कर दी गई है।
समारोह में उपस्थित गणमान्य
इस उद्घाटन समारोह में जिला कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र गुप्ता, बीडीओ अभय द्विवेदी, सीओ निकिता बाला, डीएसपी संदीप भगत, उपमुखिया कालीचरण सरदार, और पंचायत सदस्य सोनामली सरदार समेत कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया और इसे एक ऐतिहासिक पहल के रूप में देखा।
आदिवासी शिक्षा में नई उम्मीद की किरण
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय आदिवासी समाज के बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। यहां के छात्रों को न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी, बल्कि एक सुरक्षित और प्रेरणादायक वातावरण भी मिलेगा। विद्यालय में कक्षा छह से शुरुआत करके बच्चों को भविष्य के लिए तैयार किया जाएगा, ताकि वे अपने जीवन में नई ऊंचाइयों को छू सकें।
इस विद्यालय की स्थापना आदिवासी समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है। पीएम मोदी द्वारा इस विद्यालय का उद्घाटन करना इस बात का प्रमाण है कि सरकार जनजातीय बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कृतसंकल्प है।
जनजातीय कार्य मंत्रालय का बड़ा कदम
जनजातीय कार्य मंत्रालय और केंद्र सरकार की इस पहल से आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा की दिशा में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। यह एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री मोदी के हाथों उद्घाटन से यह परियोजना और अधिक चर्चा में आ गई है, जिससे इस मॉडल विद्यालय के प्रति लोगों की अपेक्षाएं और भी बढ़ गई हैं।
इस समारोह ने यह भी साबित किया कि जब समाज के विभिन्न वर्ग साथ आकर एक साझा लक्ष्य के लिए काम करते हैं, तब सच्चे मायनों में बदलाव संभव होता है। आदिवासी समुदाय के लिए यह एक नई शुरुआत है, जो उन्हें शिक्षा के माध्यम से सशक्त करेगा और उनके जीवन को बेहतर बनाएगा।
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