Durg Seizure: कार से मिला 1 करोड़ कैश, चुनावी माहौल में सनसनी
दुर्ग जिले में चुनावी चेकिंग के दौरान कार से 1 करोड़ रुपये नगद बरामद। आयकर विभाग कर रहा है मामले की जांच। अंजोरा चौकी क्षेत्र में कैश की बरामदगी ने मचाई हलचल।
दुर्ग: नगरीय निकाय चुनावों की घोषणा के साथ ही छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई हुई। अंजोरा चौकी क्षेत्र में पुलिस ने एक कार की जांच के दौरान 1 करोड़ रुपये नगद बरामद किए। इतनी बड़ी रकम मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने कैश को जब्त कर मामले को आयकर विभाग को सौंप दिया है।
कैसे हुआ 1 करोड़ कैश का खुलासा?
सोमवार को दुर्ग नगर निगम चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई। चुनावी नियमों के चलते पुलिस ने सीमावर्ती क्षेत्रों और मुख्य सड़कों पर वाहनों की चेकिंग अभियान शुरू किया। इसी कड़ी में अंजोरा चौकी क्षेत्र में दुर्ग-राजनांदगांव बॉर्डर पर वाहनों की जांच की जा रही थी।
रात 8 बजे एक संदिग्ध कार को रोका गया। जांच के दौरान पुलिस को कार की डिक्की में 500 रुपये के नोटों के बंडल मिले। जब गिनती की गई, तो यह राशि कुल 1 करोड़ रुपये निकली।
कार मालिक ने क्या बताया?
कार के मालिक की पहचान राजनांदगांव निवासी चंद्रेश राठौर के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में चंद्रेश ने बताया कि वह एक स्वराज ट्रैक्टर शोरूम का मालिक है और यह कैश शोरूम से निकाला गया था।
हालांकि, आचार संहिता लागू होने के बाद इतनी बड़ी राशि के साथ यात्रा करना नियमों का उल्लंघन माना जाता है। इसलिए पुलिस ने पूरा कैश जब्त कर लिया और आयकर विभाग को इसकी सूचना दी। अब आयकर विभाग इस पैसे के स्रोत और उपयोग की जांच कर रहा है।
आचार संहिता और चुनावी माहौल में कैश की बरामदगी
आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव आयोग के सख्त निर्देशों के तहत पुलिस और प्रशासन लगातार चौकसी बरत रहा है। इसके तहत सीमावर्ती इलाकों, शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में चेकिंग प्वाइंट लगाए गए हैं।
इतनी बड़ी नकद राशि की बरामदगी ने चुनावी माहौल में सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और आयकर विभाग अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस राशि का चुनावों से कोई संबंध है या नहीं।
चुनावों के दौरान कैश का इतिहास
चुनावी प्रक्रिया में अतीत में भी ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं, जब नकद राशि के माध्यम से चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की गई। चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद नकदी के दुरुपयोग की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं।
भारत में 1990 के दशक के बाद से चुनावी नियमों को सख्त किया गया है, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। बावजूद इसके, हर चुनाव के दौरान ऐसी बरामदगी यह सवाल खड़ा करती है कि क्या काले धन और गैर-कानूनी गतिविधियों पर काबू पाया जा सका है।
पुलिस और प्रशासन की सख्ती का असर
दुर्ग जिले में पुलिस की तत्परता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रशासन चुनावी नियमों के पालन को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जांच प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी।
अंजोरा चौकी में 1 करोड़ रुपये की बरामदगी ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। आयकर विभाग की रिपोर्ट से ही यह साफ होगा कि इस नकदी का असली मकसद क्या था। इस घटना ने एक बार फिर चुनावी नियमों और प्रशासनिक सतर्कता पर ध्यान केंद्रित कर दिया है।
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