Dhanbad News: कंटेनर पलटने से हुआ बड़ा नुकसान, हाइवा के चक्कर में फंसा चालक – जानिए पूरी कहानी!
धनबाद में सोमवार को एक पेंट लदा कंटेनर पलटने से 25-30 लाख रुपये के पेंट का भारी नुकसान हुआ। जानिए इस हादसे की पूरी कहानी और सड़क सुरक्षा के उपाय।

धनबाद में सोमवार को एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जो सबको हैरान कर गया। सुदामडीह थाना क्षेत्र के मोहलबनी और बिरसा पुल सीआईएसएफ चेक पोस्ट के पास एक पेंट लदा कंटेनर अचानक पलट गया। यह कंटेनर बिहार के पूर्णिया से जमशेदपुर जा रहा था। इस दुर्घटना में कंटेनर के चालक विजय सिंह को गंभीर चोटें आईं, जिनका इलाज सुदामडीह अस्पताल में चल रहा है।
कंटेनर पलटने की वजह क्या थी?
इस हादसे के पीछे हाइवा का चकमा देना था। कंटेनर के चालक विजय सिंह ने पुलिस को बताया कि एक हाइवा ने अचानक अपनी दिशा बदल दी, जिससे वह नियंत्रण खो बैठे और उनका कंटेनर पलट गया। विजय ने बताया कि हाइवा ने उन्हें चकमा दिया और इसके कारण यह हादसा हुआ। इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के अहम मुद्दे को सामने ला दिया है।
पेंट का हुआ भारी नुकसान
कंटेनर में नेरोलेक कंपनी का पेंट लोड था, जिसकी कीमत लगभग 25-30 लाख रुपये थी। दुर्भाग्यवश, 70 प्रतिशत पेंट इस हादसे में बर्बाद हो गया, जिससे नेरोलेक कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। इस कंटेनर में लोड पेंट को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अधिकांश पेंट खराब हो चुका है। यह घटना ने सिर्फ सड़क सुरक्षा ही नहीं, बल्कि कारोबार पर भी गंभीर असर डाला है।
पुलिस और राहत कार्य
सूचना मिलने के बाद सुदामडीह पुलिस मौके पर पहुंची और घायल चालक विजय सिंह को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। पुलिस ने घटनास्थल पर कंटेनर को सीधा करने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिया। हालांकि, पेंट की बर्बादी और कंटेनर के पलटने के कारण ट्रैफिक में भी जाम की स्थिति बन गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से ट्रैफिक को सामान्य करने की कोशिश की और मामले की जांच शुरू की।
सड़क दुर्घटनाओं के कारण और सुरक्षा उपाय
इस घटना ने सड़क सुरक्षा और वाहन संचालन से जुड़ी कई समस्याओं को उजागर किया है। हाइवा जैसे भारी वाहनों की अव्यवस्थित ड्राइविंग और सड़क पर सुरक्षा नियमों का पालन न करना बड़ी समस्याएं बन चुकी हैं। दुर्घटनाओं से बचने के लिए जरूरी है कि सख्त ट्रैफिक नियम लागू किए जाएं और ड्राइवरों को सड़क पर पूरी सतर्कता के साथ वाहन चलाने की शिक्षा दी जाए।
कंटेनर दुर्घटना और व्यावासिक नुकसान
यह घटना न केवल एक सड़क दुर्घटना थी, बल्कि इसके कारण व्यावासिक नुकसान भी हुआ। नेरोलेक कंपनी के 25-30 लाख रुपये के पेंट का खराब होना कंपनी के लिए भारी संकट का कारण बना। इससे यह सवाल उठता है कि क्या इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए बेहतर ट्रांसपोर्ट सुरक्षा और मार्ग निरीक्षण की जरूरत नहीं है?
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