Chakulia Protest: प्रदूषण से परेशान चाकुलिया के ग्रामीणों ने सड़कों पर किया धरना, प्रशासन से जल्द समाधान की मांग!
चाकुलिया नगर पंचायत की मुस्लिम बस्ती के लोगों ने प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए चाकुलिया-धालभूमगढ़ मुख्य सड़क को जाम कर दिया। जानें, क्या है प्रदूषण की समस्या और प्रशासन ने क्या कदम उठाए?

चाकुलिया (Chakulia Protest) में मुस्लिम बस्ती के लोगों ने मशरूम फैक्ट्री और राइस मिल से फैलते प्रदूषण को लेकर मंगलवार को चाकुलिया-धालभूमगढ़ मुख्य सड़क को जाम कर दिया। इस सड़क जाम में लोग तिरपाल बिछाकर सड़क पर बैठ गए और प्रदूषण के बढ़ते असर को रोकने की मांग की। करीब एक घंटे तक सड़क पर जाम लगा रहा, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
क्या है प्रदूषण की समस्या?
ग्रामीणों का कहना था कि चाकुलिया हाटचाली रोड पर स्थित दो फैक्ट्रियों से निकलने वाला दुर्गंध और प्रदूषण उनकी जीवनशैली के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। खासकर, मशरूम फैक्ट्री से निकलने वाली दुर्गंध के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है, और लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का यह भी कहना था कि वे कई बार इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुके हैं, जिसमें विधायक, उपायुक्त, प्रदूषण विभाग, अनुमंडल पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, बीडीओ, नगर पंचायत के प्रशासक, और थाना प्रभारी को इस समस्या के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो पाया।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए?
सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी नवीन पूर्ति और थाना प्रभारी एसआई अजित कुमार मौके पर पहुंचे। अंचल अधिकारी ने कहा कि उन्हें 7 फरवरी को इस मुद्दे से संबंधित आवेदन प्राप्त हुआ था और जांच प्रक्रिया में समय लगता है। उन्होंने कहा, "इस प्रक्रिया में 10-15 दिन का समय लग सकता है और रिपोर्ट 26 फरवरी तक वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी जाएगी, इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।"
अंचल अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मशरूम फैक्ट्री और राइस मिल से फैलने वाले प्रदूषण का मूल्यांकन और जांच पूरी तरीके से की जाएगी ताकि प्रदूषण स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने यह चेतावनी दी कि अगर फरवरी माह तक समस्या का समाधान नहीं किया जाता, तो वे 1 मार्च को फिर से सड़क जाम करने पर मजबूर होंगे। इस मुद्दे पर मो. साजिद ने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो वे फिर से प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
इस मौके पर मो. साजिद, हैदर अली, मो. महबूब, मो. मुजम्मिर, भरत दास, बापी राय, तपन राय, और अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
क्या कदम उठाए जाएंगे?
प्रशासन का कहना है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाएगा और प्रदूषण नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, अगर फैक्ट्रियों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकता है, तो उसे कानूनी तरीके से नियंत्रित करने की योजना बनाई जाएगी।
यह घटना हमें यह बताती है कि स्थानीय मुद्दों पर सरकार और प्रशासन का ध्यान जरूरी है, ताकि सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याओं को समय रहते हल किया जा सके।
चाकुलिया के ग्रामीणों ने प्रदूषण से निजात पाने के लिए सड़क पर जाम लगा कर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन संगठित और उचित कार्रवाई करता है या नहीं। ऐसे प्रदूषण के मामलों में स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी होती है कि वह समाज की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करे। ग्रामीणों की आवाज़ को सुनना और समय पर समाधान इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।
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