Chandil Accident: तेज़ रफ्तार कार ने साइकिल सवार को मारी टक्कर, युवक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
चांडिल के न्यू रोड पर बीएसएनएल ऑफिस के पास तेज़ रफ्तार कार ने साइकिल सवार को टक्कर मारी। युवक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, कार चालक फरार। हादसे से इलाके में हड़कंप।
गुरुवार की रात चांडिल थाना क्षेत्र के न्यू रोड स्थित बीएसएनएल ऑफिस के सामने एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। नीमडीह निवासी व्यंजन रूही दास, जो पेशे से छाता रिपेयरिंग का काम करते हैं, चांडिल हटिया से अपना काम खत्म कर साइकिल से घर लौट रहे थे। लेकिन अचानक हुई इस घटना ने उनकी ज़िंदगी को खतरे में डाल दिया।
तेज़ रफ्तार का कहर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही व्यंजन रूही दास न्यू रोड के मोड़ के पास पहुँचे, सामने से आ रही एक तेज़ रफ्तार कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि वह साइकिल समेत सड़क पर गिर पड़े। हादसे में उनके सिर और शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। वहीं उनकी साइकिल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
स्थानीयों की त्वरित मदद ने बचाई जान
घटना के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने समझदारी दिखाई। लोगों ने एम्बुलेंस बुलाकर घायल दास को चांडिल अनुमंडल अस्पताल पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों की टीम ने उन्हें गंभीर हालत में भर्ती कर इलाज शुरू किया। फिलहाल उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
फरार हुआ कार चालक
हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और उनका कहना है कि इस मार्ग पर अक्सर तेज़ रफ्तार वाहन चलते हैं, जिनकी वजह से हादसे आम हो गए हैं। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार वाहन चालक की तलाश में जुट गई है।
न्यू रोड: हादसों का ब्लैक स्पॉट
चांडिल का न्यू रोड लंबे समय से हादसों का गवाह रहा है।
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स्थानीय लोग बताते हैं कि यहाँ आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती हैं।
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सड़क की चौड़ाई कम और मोड़ खतरनाक होने से अक्सर वाहन चालक नियंत्रण खो बैठते हैं।
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रात के समय रोशनी की कमी और वाहनों की तेज़ रफ्तार इस खतरे को और बढ़ा देती है।
इतिहास गवाह है कि पिछले पाँच वर्षों में इसी मार्ग पर कई बड़े हादसे हो चुके हैं। कुछ में लोगों की जान भी गई है, लेकिन अब तक सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए गए।
लोगों का गुस्सा और प्रशासन से मांग
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से माँग की है कि इस मार्ग पर तुरंत स्पीड ब्रेकर, सीसीटीवी कैमरे और यातायात पुलिस की तैनाती की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा –
"हर शाम और रात को इस सड़क पर वाहन इतनी तेज़ी से भागते हैं कि लगता है मौत दौड़ रही हो। अगर समय रहते रोकथाम नहीं हुई तो और जानें जाएँगी।"
हादसों का बढ़ता ग्राफ
झारखंड के कई इलाकों में सड़क हादसे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट बताती है कि राज्य में सड़क दुर्घटनाएँ हर साल हजारों लोगों की जान ले रही हैं। चांडिल जैसे छोटे कस्बों में भी यह समस्या उतनी ही गंभीर है जितनी बड़े शहरों में।
व्यंजन रूही दास का यह हादसा केवल एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की चेतावनी है। जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाता, तब तक ऐसे हादसे बार-बार होते रहेंगे। यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है – क्या हमारी सड़कों पर सुरक्षित सफर करना अब भी सपना ही है?
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