Alok Nath Birthday: रोमांटिक हीरो से लेकर संस्कारी बाबूजी बनने का सफर

बॉलीवुड के संस्कारी बाबूजी, आलोक नाथ का जन्मदिन! जानिए कैसे 60 रुपए की कमाई से शुरू होकर उन्होंने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई। रोमांटिक हीरो से लेकर संस्कारी बाबूजी बनने तक का सफर।

Jul 10, 2024 - 11:01
Jul 10, 2024 - 11:32
Alok Nath Birthday: रोमांटिक हीरो से लेकर संस्कारी बाबूजी बनने का सफर
Alok Nath Birthday: रोमांटिक हीरो से लेकर संस्कारी बाबूजी बनने का सफर

Bollywood और TV जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले आलोक नाथ का आज जन्मदिन है। 10 जुलाई 1956 को बिहार के खगरिया में जन्मे आलोक नाथ ने अपने करियर की शुरुआत 60 रुपए की मामूली कमाई से की थी, लेकिन आज वह बॉलीवुड के 'संस्कारी बाबूजी' के रूप में मशहूर हैं। उनके इस सफर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने हर किरदार को बखूबी निभाया।

आलोक नाथ का फिल्मी सफर 1982 में रिलीज़ हुई फिल्म 'Gandhi' से शुरू हुआ। इस फिल्म में उनका किरदार काफी छोटा था, लेकिन इसके बाद उन्होंने मुंबई में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष किया। शुरुआती दौर में आलोक ने बतौर रोमांटिक हीरो भी काम किया। 1987 में रिलीज हुई फिल्म ‘कामाग्नि’ में उन्होंने काफी बोल्ड सीन दिए थे, लेकिन उनकी असली पहचान 'पिता' के किरदार से मिली।

कई फिल्मों में आलोक नाथ ने लीड हीरो या हीरोइन के पिता या बाबूजी का किरदार निभाया। खासकर सूरज बड़जात्या की फिल्मों में उनका 'बाबूजी' का रोल काफी चर्चित रहा। इन फिल्मों में उनके डायलॉग्स में संस्कार, सभ्यता, पारिवारिक मूल्य और रिश्तों की गहरी बातें होती थीं।

आश्चर्य की बात यह है कि आलोक नाथ ने अपने 20s में ही पिता के किरदार निभाने शुरू कर दिए थे। चाहे वह फिल्मों में हों या टीवी सीरियलों में, उन्होंने हर जगह पिता का रोल ही निभाया। उनकी इस छवि को लोगों ने इतना पसंद किया कि वह बॉलीवुड के 'संस्कारी बाबूजी' बन गए।

आलोक नाथ ने अपने करियर में करीब 140 फिल्मों में काम किया और 15 से ज्यादा टीवी सीरियल्स में भी नजर आए। उनके करियर का सफर संघर्षों और सफलताओं से भरा रहा। आज भी लोग उन्हें उनकी उन फिल्मों और टीवी शोज के लिए याद करते हैं, जिनमें उन्होंने अपनी अदाकारी से दिल जीता।

आलोक नाथ का यह सफर न केवल उनके मेहनत और टैलेंट का प्रतीक है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे एक एक्टर अपनी छवि को लोगों के दिलों में बसा सकता है। उनके जीवन और करियर की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।