स्व. वीरा सिंह की पुण्यतिथि पर खुर्शीपार गुरुद्वारा में सोलर पैनल और वाटर कूलर की अनोखी भेट, बेटे इंद्रजीत सिंह ने निभाई पिता की सेवा परंपरा

स्व. वीरा सिंह की पांचवी पुण्यतिथि पर खुर्शीपार गुरुद्वारा को 15 किलोवाट सोलर पैनल और 500 लीटर वाटर कूलर भेट किए गए। इस सेवा कार्य को उनके बेटे इंद्रजीत सिंह ने उनके संस्कारों के अनुरूप आगे बढ़ाया, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। जानिए कैसे वीरा सिंह के सेवा कार्यों को उनके परिवार ने जारी रखा।

Oct 4, 2024 - 23:19
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स्व. वीरा सिंह की पुण्यतिथि पर खुर्शीपार गुरुद्वारा में सोलर पैनल और वाटर कूलर की अनोखी भेट, बेटे इंद्रजीत सिंह ने निभाई पिता की सेवा परंपरा
स्व. वीरा सिंह की पुण्यतिथि पर खुर्शीपार गुरुद्वारा में सोलर पैनल और वाटर कूलर की अनोखी भेट, बेटे इंद्रजीत सिंह ने निभाई पिता की सेवा परंपरा

स्व. वीरा सिंह की पुण्यतिथि पर खुर्शीपार गुरुद्वारा को सोलर पैनल और वाटर कूलर की सप्रेम भेट, इंद्रजीत सिंह ने निभाई सेवा की परंपरा

भिलाई: शहर में समाजसेवा और धार्मिक समर्पण के प्रतीक, स्व. वीरा सिंह की पांचवी पुण्यतिथि के अवसर पर खुर्शीपार स्थित बेबे नानकी गुरुद्वारा को एक अनोखी सप्रेम भेट दी गई। इस अवसर पर उनके बेटे इंद्रजीत सिंह ने 15 किलोवाट सोलर पैनल और 500 लीटर का आरो वाटर कूलर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सौंपा। यह कदम समाज के हित में ऊर्जा खपत में राहत और स्वच्छ पेयजल की सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।

गुरुद्वारा में सेवा और समर्पण का माहौल

वीरा सिंह की पुण्यतिथि पर सुबह सर्वप्रथम सुखमनी साहिब का पाठ और शबद कीर्तन किया गया। इसके बाद गुरुद्वारा परिसर में अटूट लंगर बांटा गया, जिसमें बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग और शहर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए। इस कार्यक्रम में लोगों ने स्व. वीरा सिंह की स्मृतियों को साझा किया और उनके कार्यों को श्रद्धांजलि दी।

स्व. वीरा सिंह की पत्नी कुलवंत कौर और उनके पुत्र इंद्रजीत सिंह (छोटू भैया) ने पिता के संस्कारों और सेवा के संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए यह सेवा कार्य किया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ इंद्रजीत ने गुरुद्वारे की फाल्स सीलिंग और पीओपी के कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह कार्य करीब साढ़े चार लाख रुपए की लागत से पूरा किया गया।

समाज सेवा का अनोखा उदाहरण

समाजसेवी गुरुनाम सिंह ने स्व. वीरा सिंह के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके बेटे इंद्रजीत सिंह भी अपने पिता की तरह समाज के सेवा कार्यों को बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे के सोलर पैनल और वाटर कूलर की व्यवस्था से गुरुद्वारे के बिजली बिल में कमी आएगी और लोगों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिलेगी। गुरुद्वारे का बिल पहले 25,000 रुपये से ज्यादा आता था, लेकिन अब सोलर पैनल की वजह से यह खर्चा कम हो जाएगा।

भाजपा नेता और पूर्व सभापति राजेंद्र अरोरा ने स्व. वीरा सिंह की स्मृति को नमन करते हुए कहा कि वे और वीरा सिंह बचपन से ही एक साथ पढ़े और बड़े हुए थे। उन्होंने गुरुद्वारे के छत ढलाई के कार्य में भी वीरा सिंह और उनके बेटे इंद्रजीत के योगदान को सराहा। आगामी 5 अक्टूबर को गुरुद्वारे की दूसरी मंजिल के छत ढलाई में भी इंद्रजीत का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

सिख समाज के विकास में युवा पीढ़ी का आह्वान

इस मौके पर राजेंद्र अरोरा ने सिख युवाओं से समाज की सेवा में आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय को अपने भाइयों और बहनों की मदद के लिए सामूहिक विवाह आयोजन, उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए समर्थन, और श्रमिक क्षेत्र के सिख परिवारों की सहायता जैसे कार्य करने चाहिए। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ मिलकर इन कार्यों को अंजाम देने की जरूरत है, ताकि सिख समाज में एकता और सेवा की भावना बनी रहे।

एसबीएस हॉस्पिटल का सेवा सम्मान

स्व. वीरा सिंह की स्मृति में बने एसबीएस (श्री बीरा सिंह) हॉस्पिटल को हाल ही में सेवा कार्य के लिए धनवंतरी सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। यह हॉस्पिटल कई जरूरतमंद और असहाय लोगों का सहारा बनकर उन्हें नई जिंदगी प्रदान कर रहा है। इस अवसर पर सन्ना ब्लड बैंक के सुरज साहू, हरजिंदर सिंह और उनकी टीम ने नि:शुल्क बीपी, शुगर और रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।

सिख समाज का संगठित सहयोग

वार्ड 42 के पार्षद विनोद सिंह ने गुरुद्वारा बेबे नानकी प्रबंधक कमेटी को डी फ्रीजर और गुरुद्वारा परिसर में पेवर ब्लॉक लगाने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अपने वार्ड के धार्मिक स्थलों के विकास के लिए वे लगातार निधि का उपयोग कर रहे हैं और इसी कड़ी में यह कार्य भी किया जाएगा।

गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति

स्व. वीरा सिंह की पुण्यतिथि के इस अवसर पर बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ अंचल के समाजसेवियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ सिख पंचायत के अध्यक्ष जसबीर सिंह चहल, कांग्रेस नेता अतुल चंद साहू, समाजसेवी अनिल सिंह, भाजपा नेता साजन जोसफ और अन्य गणमान्य नागरिकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और स्व. वीरा सिंह की सेवा भावना को याद किया।

इस कार्यक्रम ने यह साबित किया कि स्व. वीरा सिंह का समाज में योगदान और उनकी सेवा भावना आज भी लोगों के दिलों में जीवित है। उनके पुत्र इंद्रजीत सिंह उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं और समाज की सेवा में निरंतर समर्पित हैं।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।