Shakti Mani Tripathi Startup Failure Journey : ₹1 करोड़ की नौकरी छोड़कर स्टार्टअप में मिली असफलता, शक्ति मणि त्रिपाठी ने 2024 को किया रिफ्लेक्ट!

शक्ति मणि त्रिपाठी ने अपनी ₹1 करोड़ की अमेज़न नौकरी छोड़कर स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखा, लेकिन असफलता और संघर्ष के बावजूद 2025 के लिए उम्मीदें जिंदा हैं। जानें उनके सफर की पूरी कहानी।

Dec 31, 2024 - 19:49
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Shakti Mani Tripathi Startup Failure Journey : ₹1 करोड़ की नौकरी छोड़कर स्टार्टअप में मिली असफलता, शक्ति मणि त्रिपाठी ने 2024 को किया रिफ्लेक्ट!
Shakti Mani Tripathi Startup Failure Journey : ₹1 करोड़ की नौकरी छोड़कर स्टार्टअप में मिली असफलता, शक्ति मणि त्रिपाठी ने 2024 को किया रिफ्लेक्ट!

Shakti Mani Tripathi Startup Failure Journey : ₹1 करोड़ की नौकरी छोड़कर स्टार्टअप में मिली असफलता, शक्ति मणि त्रिपाठी ने 2024 को किया रिफ्लेक्ट!

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सॉल्यूशंस स्टार्टअप Reflecc के को-फाउंडर शक्ति मणि त्रिपाठी ने साल के अंत में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर अपने करियर और जीवन की यात्रा पर विचार साझा किया।

त्रिपाठी ने खुलासा किया कि उन्होंने अमेज़न में ₹1 करोड़ की नौकरी छोड़कर अपना पहला AI स्टार्टअप शुरू किया, जो विफल रहा। अपने पोस्ट के अंत में उन्होंने 2025 के "दयालु" होने की उम्मीद जताई।

"2024: एक वाइल्ड साल"

शक्ति मणि ने कहा,
"2024 मेरे लिए एक वाइल्ड साल रहा। बिना किसी बैकअप प्लान के ₹1 करोड़ की नौकरी छोड़ दी, क्योंकि मुझे स्टार्टअप शुरू करने की बेचैनी हो रही थी। Codeforces पर इंटरनेशनल मास्टर बना, और अपने पहले स्टार्टअप 'Hoobahoo AI' की शुरुआत की।"

त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने अपने स्टार्टअप के लिए YCombinator (YC) से फंडिंग के लिए आवेदन किया, लेकिन असफल रहे। हालांकि उनकी कंपनी ने शुरुआती सफलता देखी, लेकिन अधिक कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट (CAC) और फंडिंग की कमी के कारण कंपनी को बंद करना पड़ा।

"YC से रिजेक्ट हो गया। सिर्फ 3 हफ्तों में Hoobahoo AI ने लगभग 3,000 यूजर्स का ध्यान आकर्षित किया। 30 से ज्यादा वीसी (Elevation Capital और IQ सहित) को पिच किया, लेकिन फंड जुटाने में असफल रहा। ज्यादा CAC और फंड की कमी के कारण Hoobahoo को बंद करना पड़ा।"

नई शुरुआत: Reflecc AI की नींव

Hoobahoo के बंद होने के बाद त्रिपाठी की मुलाकात YC के को-फाउंडर मैचिंग प्रोग्राम के जरिए कुणाल रंजन से हुई। दोनों ने मिलकर Reflecc AI की शुरुआत की।

त्रिपाठी ने कहा:
"YC को-फाउंडर मैचिंग प्रोग्राम के जरिए @iamrjkunal से मिला। हमने इंजीनियरिंग टीम्स के लिए प्रोडक्टिविटी मेट्रिक्स मॉनिटर करने वाले B2B SaaS को बनाना शुरू किया। बाद में महसूस किया कि 'एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की प्रोडक्टिविटी को सही मायने में मापना संभव नहीं है,' क्योंकि इसमें काफी गुणात्मक पेचिदगियां हैं।"

इसके बाद उन्होंने Codermon AI शुरू किया, जो डेवलपर्स के लिए एड-हॉक टास्क्स का समाधान था। लेकिन बाजार में भीड़भाड़ के कारण इसे बंद करना पड़ा। उन्होंने सप्लाई चेन इंडस्ट्री में AI एजेंट विकसित करने की कोशिश की, लेकिन डोमेन विशेषज्ञता की कमी के कारण वहां भी पिवट करना पड़ा।

Reflecc AI: वर्तमान और भविष्य की योजनाएं

शक्ति मणि और कुणाल ने Reflecc AI को और विकसित करने का फैसला किया। उन्होंने साझा किया:
"Reflecc की शुरुआत की, जो संगठनों के बिजनेस और ऑपरेशनल वर्कफ्लो को ऑटोमेट करता है। सिर्फ 7 दिनों में एमवीपी (MVP) बनाया, 50 संभावित ग्राहकों और विशेषज्ञों का इंटरव्यू किया। 3 LOIs (लेटर ऑफ इंटेंट) साइन किए और एक एजेंसी के साथ काम किया। YC की टॉप 10% आवेदनों में जगह बनाई, लेकिन फिर भी रिजेक्ट हो गए।"

त्रिपाठी ने कहा कि Reflecc के व्यापक दृष्टिकोण को सीमित कर एक AI डिजिटल मार्केटर पर फोकस किया गया है।

"अब हम एक डोमेन पर फोकस कर रहे हैं और AI डिजिटल मार्केटर बना रहे हैं।"

सीख और उम्मीद

त्रिपाठी ने इस पूरे सफर को एक बड़ा सीखने का अनुभव बताया। उनका कहना है कि 2024 ने उन्हें सिखाया कि असफलताओं से घबराने के बजाय, उन्हें नई संभावनाओं की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। उन्होंने अपने पोस्ट के अंत में 2025 को "दयालु" वर्ष होने की उम्मीद जताई।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।