Ranchi Protest: JSSC कार्यालय के बाहर छात्रों का उग्र प्रदर्शन, प्रशासन अलर्ट
JSSC घेराव आंदोलन सिर्फ परीक्षा परिणामों के मुद्दे तक सीमित नहीं है। यह युवाओं की उन चिंताओं का प्रतीक है, जो उनके भविष्य और रोजगार की संभावनाओं से जुड़ी हैं। सरकार को छात्रों के इस आक्रोश को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द समाधान निकालने की जरूरत है।
झारखंड की राजधानी रांची में आज का माहौल छात्रों के विरोध प्रदर्शन से गर्म हो गया है। झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) की छात्र इकाई, झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले राज्य भर से आए छात्र JSSC (झारखंड कर्मचारी चयन आयोग) कार्यालय का घेराव कर रहे हैं। यह आंदोलन संयुक्त स्नातक स्तरीय (CGL) परीक्षा में कथित धांधली और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को रोकने की मांग पर केंद्रित है।
क्या है छात्रों की नाराजगी की वजह?
छात्रों का आरोप है कि JSSC की CGL परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। JLKM के नेता देवेंद्रनाथ महतो ने कहा कि सरकार को इस परीक्षा को रद्द कर CBI जांच करानी चाहिए। छात्रों ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। छात्रों का कहना है कि परीक्षा परिणामों में पारदर्शिता की कमी ने उनकी मेहनत और भविष्य पर गहरा असर डाला है।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ ने भी छात्रों के इस आंदोलन को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि यह विरोध केवल परीक्षा प्रक्रिया तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बेरोजगारी और भविष्य की अनिश्चितता के खिलाफ युवाओं के संघर्ष का प्रतीक है।
प्रशासन की तैयारियां और सख्त कदम
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। JSSC कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। साथ ही, कार्यालय और उसके आस-पास की सड़कों पर भारी पुलिस बल तैनात है। बैरिकेडिंग कर इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
प्रशासन ने छात्रों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की है और किसी भी हिंसक गतिविधि से बचने की चेतावनी दी है। जिला प्रशासन ने कहा कि हिंसा में शामिल होने से छात्रों का करियर और शैक्षणिक रिकॉर्ड प्रभावित हो सकता है।
राज्य भर से रांची पहुंचे छात्र
प्रदर्शन में शामिल होने के लिए झारखंड के विभिन्न जिलों से छात्र रांची पहुंच चुके हैं। कई छात्र शहर के लॉज और हॉस्टलों में ठहरे हुए हैं। JLKM के नेता ने आरोप लगाया कि छात्रों को रांची आने से रोकने के लिए प्रशासन ने राज्य भर में छात्रावासों के पास पुलिस बल तैनात किया है।
इतिहास में झारखंड के छात्र आंदोलनों की छाप
झारखंड में छात्रों के विरोध प्रदर्शनों की एक लंबी परंपरा है। 2014 में JPSC परीक्षा में कथित धांधली को लेकर हुए बड़े आंदोलन ने सरकार को कार्रवाई करने पर मजबूर किया था। वर्तमान आंदोलन उस इतिहास की कड़ी का नया अध्याय है।
छात्र आंदोलन का क्या होगा असर?
सरकार और प्रशासन की सख्ती के बावजूद, छात्रों का गुस्सा शांत होता नहीं दिख रहा है। यह प्रदर्शन झारखंड में परीक्षा प्रक्रिया और शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता की मांग के साथ बेरोजगारी के खिलाफ युवाओं की आवाज है।
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