Ranchi Cyber Fraud: शेयर बाजार और ऑनलाइन गेम के नाम पर करोड़ों का चूना, जानिए कैसे बने शिकार

रांची में शेयर बाजार और ऑनलाइन गेम के नाम पर निवेशकों से ठगी के मामले सामने आये हैं। जानिए कैसे साइबर अपराधियों ने लोगों को अपने जाल में फंसाया।

Apr 26, 2025 - 13:27
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Ranchi Cyber Fraud: शेयर बाजार और ऑनलाइन गेम के नाम पर करोड़ों का चूना, जानिए कैसे बने शिकार
Ranchi Cyber Fraud: शेयर बाजार और ऑनलाइन गेम के नाम पर करोड़ों का चूना, जानिए कैसे बने शिकार

रांची से एक और चौंकाने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है। शहर के होटवार स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाले अवधेश कुमार चौहान से शेयर बाजार में अधिक मुनाफे का लालच देकर कुल 5.87 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। अवधेश ने इस घटना की शिकायत साइबर थाना में दर्ज करायी है। उनकी प्राथमिकी के अनुसार, व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से रजत परमार और हरि माथुर नामक दो लोगों ने उनसे अलग-अलग मोबाइल नंबरों से संपर्क किया।

उन्हें 'स्टार एलाइस ग्रुप' नामक एक व्हाट्सऐप समूह में जोड़ा गया और 'बिलिंकएक्सपाइ' नाम का ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया। ऐप के माध्यम से अवधेश को बड़े मुनाफे का सपना दिखाकर कई अलग-अलग बैंक खातों में पैसे जमा कराए गए। कुल मिलाकर 5.87 लाख रुपये की रकम निवेश के नाम पर ठग ली गई। लेकिन जब अवधेश ने निवेश किये गए पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप से निकाल दिया गया और बातचीत बंद कर दी गई।

इतिहास में झांके तो पता चलता है कि इस तरह के ठगी के मामले पिछले पांच वर्षों में तेजी से बढ़े हैं। डिजिटल लेन-देन के बढ़ते चलन के साथ ही साइबर अपराधियों ने आम लोगों को ठगने के नए-नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। निवेश, ऑनलाइन गेम, लॉटरी या नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी अब आम बात हो गई है।

अवधेश कुमार ने जब ऑनलाइन साइबर पोर्टल पर शिकायत की, तब उन्हें जानकारी मिली कि उनके अमाउंट को होल्ड कर लिया गया है और उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए साइबर थाना से संपर्क करने को कहा गया।

ऑनलाइन गेम जीतने का झांसा, फिर आधार-पैन से 1.75 लाख की ठगी

इसी तरह का एक और मामला कांके रोड निवासी 66 वर्षीय प्रवीण सिंह के साथ हुआ। 23 अप्रैल को प्रवीण सिंह के पास दो अनजान मोबाइल नंबरों से कॉल आई। कॉल करने वाले ने उन्हें बताया कि उन्होंने एक ऑनलाइन गेम में भारी रकम जीती है। इस लालच में आकर प्रवीण सिंह ने अपना पैन और आधार नंबर साझा कर दिया। इसके बाद उनके बैंक खाते से कुल 1.75 लाख रुपये की निकासी कर ली गई।

यह मामला बताता है कि किस तरह साइबर अपराधी मासूम नागरिकों को झूठे इनाम और भारी मुनाफे का लालच देकर ठग रहे हैं। आज के डिजिटल युग में जहां एक ओर तकनीक ने जीवन आसान बनाया है, वहीं इसके खतरे भी उतने ही गंभीर हो गए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन लेन-देन करते समय अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। किसी भी अनजान लिंक या कॉल पर अपनी निजी जानकारी साझा करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

रांची पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि कोई भी अनजान निवेश योजना या इनाम वाली कॉल से सावधान रहें और किसी भी प्रकार की ठगी की आशंका हो तो तुरंत साइबर थाना से संपर्क करें।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।