Jamshedpur Firing: बारात में निकली गोली से दहशत, दो अपराधी गिरफ्तार, बड़ा खुलासा
जमशेदपुर के न्यू बाराद्वारी में फर्नीचर व्यवसायी पर फायरिंग मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। जानिए कैसे एक शादी की खुशी का माहौल दहशत में बदल गया।

जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब न्यू बाराद्वारी इलाके में एक फर्नीचर दुकानदार पर गोलीबारी की सनसनीखेज घटना सामने आई। कारोबारी बिनोद अग्रवाल की दुकान पर चली गोली ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। अब इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है।
गिरफ्तार हुए अपराधियों की पहचान बाराद्वारी साव लाइन निवासी पिंटू साव और बिरसानगर जोन नंबर 9 के ओमप्रकाश गुप्ता के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से देशी पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में यह मामला जितना साधारण दिख रहा था, असलियत उतनी ही चौंकाने वाली निकली।
18 और 19 अप्रैल की रात न्यू बाराद्वारी में यह वारदात हुई थी। बिनोद अग्रवाल की फर्नीचर दुकान पर गोली चलाई गई थी, जिसमें गोली दुकान के शटर और शीशे में लगी थी। सौभाग्य से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इलाके में डर का माहौल बन गया।
जांच के दौरान पुलिस ने शक के आधार पर देवनगर साव लाइन निवासी पिंटू साव से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में जो कहानी सामने आई, वह बेहद हैरान करने वाली थी। पिंटू ने बताया कि उसी रात उसके पड़ोसी भोला ठाकुर की शादी का जश्न था और बारात निकल रही थी।
बारात में डांस के दौरान, पिंटू के साथी बिपुल सिंह ने उसे एक देशी पिस्तौल दी थी, जिसमें छह राउंड गोली पहले से लोड थी। पिस्तौल को पिंटू ने कमर में खोंसकर रखा हुआ था। नाचते-गाते हुए बिपुल ने पिस्तौल मांगी और भीड़ से अलग जाकर अपनी गाड़ी के पास हवा में फायर कर दिया।
हवा में गोली चलाने के बाद बिपुल ने फिर से पिस्तौल वापस ले ली। लेकिन बारात के खत्म होने के बाद जब पुलिस की सक्रियता बढ़ी, तो डर के मारे पिंटू ने पिस्तौल और बचे हुए कारतूस अपने सहयोगी ओमप्रकाश साव को सौंप दिए। ओमप्रकाश ने इस पिस्तौल को बारीडीह बाजार स्थित सरकारी शराब दुकान में छिपा दिया था, जहां से पुलिस ने इसे बरामद कर लिया।
इतिहास पर नजर डालें तो जमशेदपुर और खासतौर पर सीतारामडेरा थाना क्षेत्र अपराधों के लिहाज से पहले भी सुर्खियों में रहा है। यहां शराब के अवैध धंधे और हथियारों की तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसी पृष्ठभूमि में इस गोलीबारी कांड ने एक बार फिर पुलिस और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के तार शराब के अवैध कारोबार से जुड़े हुए हैं। इस पूरे कांड में और भी कई आरोपी शामिल हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
एसपी के अनुसार, इस घटना में इस्तेमाल किए गए हथियार कहां से आए, इसके पीछे किसका नेटवर्क काम कर रहा है, इसकी गहन जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि यह महज एक हादसा नहीं बल्कि संगठित अपराध का हिस्सा भी हो सकता है।
फिलहाल पिंटू साव और ओमप्रकाश गुप्ता को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं।
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर किस तरह से अवैध हथियार आम लोगों तक पहुंच रहे हैं और छोटी सी लापरवाही कैसे बड़े हादसे का रूप ले सकती है।
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