Jamshedpur Protest: कैमरा से हो चेकिंग, सड़क पर सिपाहियों को हटाने की मांग!

जमशेदपुर में वाहन चेकिंग अभियान पर बवाल! जनता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए, मांग की कि सड़क पर सिपाहियों को हटाकर कैमरा आधारित चालान की व्यवस्था लागू हो।

Mar 25, 2025 - 16:32
 0
Jamshedpur Protest: कैमरा से हो चेकिंग, सड़क पर सिपाहियों को हटाने की मांग!
Jamshedpur Protest: कैमरा से हो चेकिंग, सड़क पर सिपाहियों को हटाने की मांग!

जमशेदपुर: शहर में वाहन चेकिंग अभियान को लेकर आम जनता और प्रशासन के बीच लगातार टकराव बढ़ता जा रहा है। दोपहिया वाहन चालक संघ ने इसे जनता के लिए परेशानी बताते हुए उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है और परंपरागत चेकिंग के बजाय डिजिटल प्रणाली लागू करने की मांग की है। संगठन के संस्थापक सागर तिवारी ने आरोप लगाया कि सिपाही पेड़ों के पीछे छिपकर वाहन चालकों को पकड़ रहे हैं, जिससे सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है।

कैमरा चेकिंग क्यों जरूरी?

संघ ने दावा किया कि चेकिंग के नाम पर पुलिस और आम जनता के बीच तनाव बढ़ रहा है। आए दिन होने वाली झड़पें और दुर्घटनाएं इसका प्रमाण हैं। संघ ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि पुलिस की फिजिकल चेकिंग हटाकर कैमरा आधारित चालान व्यवस्था लागू की जाए।

संघ ने दिए ये 7 बड़े सुझाव:

सिपाही चेकिंग के बजाय कैमरा से चालान: हेलमेट और अन्य ट्रैफिक नियमों की चेकिंग CCTV कैमरों से हो ताकि जनता और पुलिस के बीच टकराव ना हो। डिजिटल चालान का भुगतान ऑनलाइन किया जाए।

सड़क हादसे रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग: कई बार सिपाही अचानक सामने आकर वाहन चालकों को रोकते हैं, जिससे हादसे होते हैं। इसे तुरंत रोका जाए।

चालान राशि में कटौती: चालान के भारी-भरकम जुर्माने के बजाय, इसे सामान्य दरों पर रखा जाए, ताकि लोग भुगतान करने में सक्षम हों।

समस्या का समाधान हो, सिर्फ जुर्माना नहीं: चालान के साथ ही बीमा, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और लाइसेंस बनवाने की सुविधा भी मिले ताकि लोगों को राहत मिले।

रात में अपराध रोकने के लिए चेकिंग: चेकिंग अभियान सुबह की बजाय शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक चले ताकि अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके।

नशे में वाहन चलाने वालों पर सख्ती: शराब पीकर वाहन चलाने के मामलों में कड़ी कार्रवाई हो, जिससे दुर्घटनाओं पर लगाम लगे।

मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगें: हर चौक और व्यस्त सड़कों पर कैमरे लगाए जाएं, ताकि जनता को परेशानी से बचाया जा सके और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित हो।

सिपाही पेड़ के पीछे क्यों छिपते हैं?

संघ के संस्थापक सागर तिवारी ने व्यंग्य करते हुए कहा,
"हमारे बचपन के खेलों में छुपन-छुपाई खेली जाती थी, अब वही खेल पुलिस सड़कों पर कर रही है। सिपाही पेड़ के पीछे छिपकर वाहन चालकों को पकड़ते हैं, जिससे लोग डरकर गिर जाते हैं और हादसे होते हैं।"

भ्रष्टाचार पर भी लगेगा ब्रेक!

संघ का कहना है कि अगर कैमरा आधारित चेकिंग लागू हो जाती है, तो न सिर्फ पुलिस और जनता के बीच टकराव खत्म होगा, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी

संघ का अगला कदम?

अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो दोपहिया वाहन चालक संघ जल्द ही बड़ा प्रदर्शन कर सकता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।