Kokar Friendship Attack : दोस्ती के नाम पर धोखा, दोस्त ने ही चाकू घोंप दिया!
रांची के कोकर में किराए के मकान में रहने वाले युवक सोनू शर्मा को उसके ही दोस्त ने चाकू मारकर किया घायल। आरोपी राजा तिवारी फरार, पुलिस तलाश में जुटी।

रांची के कोकर इलाके से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने दोस्ती जैसे पवित्र रिश्ते पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अयोध्यापुरी की गली नंबर-7 में किराए पर रहने वाले सोनू कुमार शर्मा पर उसके ही दोस्त राजा तिवारी ने चाकू से हमला कर दिया। हमले में सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया और फिलहाल सैमफोर्ड अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
यह घटना न सिर्फ एक आपराधिक वारदात है, बल्कि यह भी दिखाती है कि दोस्ती जैसे भरोसेमंद रिश्ते अब शक और खतरे की सीमा पार कर चुके हैं।
क्या है पूरा मामला?
20 अप्रैल की रात, अयोध्यापुरी की गलियों में सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन देर रात सोनू कुमार शर्मा और उसके दोस्त राजा तिवारी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई। पहले हल्की-फुल्की बहस थी, लेकिन धीरे-धीरे मामला इतना बढ़ गया कि राजा तिवारी ने गुस्से में आकर जेब से चाकू निकाला और सोनू पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
गली में मौजूद सोनू के अन्य दोस्त गौरव और प्रिंस ने किसी तरह घायल सोनू को उठाया और आनन-फानन में सैमफोर्ड अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उन्होंने सोनू की मां आरती देवी को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी।
मां ने दर्ज कराई FIR, पुलिस की कार्रवाई शुरू
सदमे में डूबी आरती देवी ने तुरंत सदर थाना पहुंचकर राजा तिवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी में उन्होंने साफ तौर पर लिखा कि उनका बेटा और राजा अच्छे दोस्त थे, पर उन्हें नहीं पता था कि यही दोस्त एक दिन दुश्मन बन जाएगा।
पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सोनू की हालत अब खतरे से बाहर है, लेकिन वह अभी बोलने की स्थिति में नहीं है। वहीं आरोपी राजा तिवारी घटना के बाद से फरार है और उसकी तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।
कोकर की गलियों में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब कोकर की गलियों में ऐसी वारदात हुई हो। पिछले कुछ वर्षों में यह इलाका युवाओं के बीच झगड़े, गैंग बनाकर लड़ाई और अपराधों का गढ़ बनता जा रहा है। 2022 में भी इसी इलाके में एक युवक को मोबाइल को लेकर हुए झगड़े में चाकू मार दिया गया था।
स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां कई युवा आपस में छोटे-छोटे मुद्दों पर भिड़ जाते हैं, और बात अक्सर मारपीट या चाकूबाजी तक पहुँच जाती है। हालांकि पुलिस की लगातार गश्ती और चेतावनी के बावजूद ऐसी घटनाओं में कोई खास कमी नहीं आई है।
क्या थी विवाद की वजह?
हालांकि पुलिस ने अभी तक विवाद की असली वजह सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह मामला किसी व्यक्तिगत ईगो या पुरानी रंजिश से जुड़ा हो सकता है। कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते कुछ हफ्तों से दोनों दोस्तों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा था।
पुलिस की अगली रणनीति
सदर थाना प्रभारी ने बताया कि राजा तिवारी को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है, जो लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं होती, तो आरोपी के खिलाफ कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है।
दोस्ती के रिश्ते पर धब्बा
सोनू और राजा की यह कहानी सिर्फ एक चाकूबाजी की घटना नहीं है, यह एक चेतावनी है – उन तमाम युवाओं के लिए जो दोस्ती को हल्के में लेते हैं या जिन्हें यह लगता है कि हर दोस्त पर आंख बंद करके भरोसा किया जा सकता है।
आज का यह दौर जहां सोशल मीडिया और दिखावे की दोस्ती हावी है, वहां असली और नकली रिश्तों में फर्क कर पाना भी एक चुनौती बन गया है। कोकर की यह घटना एक कड़वा सबक है – कि हर दोस्त दोस्त नहीं होता।
अब देखना यह होगा कि पुलिस आरोपी राजा तिवारी को कितनी जल्दी गिरफ्त में ले पाती है और क्या सोनू को इंसाफ मिल पाता है? या फिर यह मामला भी बाकी मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।
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