Palamu Fire: पलामू के किराना दुकान में सुबह 5 बजे भीषण आग, लाखों का सामान खाक, आखिर कैसे लगी यह आग
झारखंड के पलामू में शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे विजय अग्रवाल की किराना दुकान में भीषण आग क्यों लग गई? लाखों रुपये का सामान जलकर खाक कैसे हो गया? दुकानदार ऊपरी मंजिल पर सो रहा था तो उसे आग की सूचना कैसे मिली? पुलिस और फायर बिग्रेड को आग पर काबू पाने में इतनी देर क्यों लगी? पलामू में आगजनी की घटनाओं पर यह कौन सा बड़ा सवाल खड़ा करता है? पूरी जानकारी पढ़ें!
पलामू, 31 अक्टूबर 2025 – झारखंड का पलामू जिला आज सुबह एक दर्दनाक आगजनी की घटना से दहल उठा, जिसमें एक किराना दुकानदार का लाखों का सामान जलकर खाक हो गया। शहर थाना क्षेत्र के दो नंबर टाउन स्थित अंबेडकर नगर में शुक्रवार की सुबह करीब 5 बजे यह घटना हुई, जब सभी लोग गहरी नींद में थे। विजय अग्रवाल की किराना दुकान में लगी आग देखते ही देखते इतनी विकराल हो गई कि स्थानीय प्रयासों से उसे बुझाना असंभव हो गया। यह घटना एक बार फिर दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा के मापदंडों पर चिंता खड़ी करती है, जहां आग लगने पर भारी मालिकाना नुकसान होता है।
सुबह 5 बजे की चीख: जब आग ने लिया विकराल रूप
विजय अग्रवाल की किराना दुकान अंबेडकर नगर के मुख्य इलाके में स्थित है। सुबह-सुबह हुई इस घटना की जानकारी सबसे पहले स्थानीय लोगों को मिली।
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स्थानीय सूचना: स्थानीय लोगों ने तत्काल दुकान से उठती लपटों और धुएं को देखकर शहर थाना पुलिस को सूचना दी।
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पुलिस की टीम: सूचना मिलते ही शहर के थाना प्रभारी ज्योति लाल रजवार, एएसआई राजेश कुमार समेत टाइगर मोबाइल के जवान और सहायक पुलिस बल मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया।
दमकल की दो गाड़ियाँ: लाखों का सामान राख में बदला
स्थानीय प्रयासों के बावजूद आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका, क्योंकि दुकान के अंदर रखा किराना सामग्री और ज्वलनशील वस्तुओं के कारण आग तेजी से फैल गई थी।
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दमकल को बुलाया: स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी ने तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचना दी।
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कड़ी मशक्कत: सूचना मिलते ही अग्निशमन की दो गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक दुकान में रखा लाखों रुपये का सामान जलकर पूरी तरह से खाक हो चुका था।
झारखंड में व्यावसायिक इमारतों और छोटी दुकानों में अग्निशमन प्रणाली और सुरक्षा उपायों की कमी का इतिहास रहा है, जिसके चलते आग लगने की घटनाओं में बड़ा नुकसान होता है।
दुकानदार की पीड़ा: घर के ऊपर सोए थे विजय अग्रवाल
भुक्तभोगी विजय अग्रवाल ने बताया कि घटना के समय वे अपने घर के ऊपरी तले पर सोए हुए थे।
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सूचना का स्रोत: उन्हें आग लगने की सूचना स्थानीय लोगों ने दी।
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भारी नुकसान: विजय अग्रवाल ने बताया कि आगजनी की इस घटना में उनका भारी नुकसान हो गया है। घटना के बाद से उनके परिवार के सदस्य बहुत परेशान और चिंतित हैं, क्योंकि उनकी रोजी-रोटी का बड़ा जरिया जलकर खाक हो चुका है।
पुलिस अब आग लगने के कारणों की गहनता से जांच कर रही है। यह जांच इसलिए भी महत्वपूर्ण है ताकि यह पता चल सके कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी या इसके पीछे कोई अन्य कारण था। जिला प्रशासन को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द राहत और उचित मुआवजा मिल सके।
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