Nepal PM Resignation : Nepal में सोशल मीडिया बैन के विरोध में हिंसा, प्रधानमंत्री KP ओली ने दिया इस्तीफा!
नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया। 20 लोगों की मौत और संसद पर कब्जा के बाद प्रधानमंत्री केपी ओली ने इस्तीफा दे दिया। जानिए पूरा घटनाक्रम।
नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन ने सरकार के लिए संकट खड़ा कर दिया है। पिछले दो दिनों में देशभर में हुए प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर चुके हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गोली चलाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की। इस हिंसा में 20 लोग मारे गए, जबकि कई घायल हुए।
हताहतों के बाद मंगलवार को राजधानी काठमांडू में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री केपी ओली पर दबाव बढ़ाया। खबर है कि भारी विरोध और हिंसा के चलते प्रधानमंत्री केपी ओली ने इस्तीफा दे दिया।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ गुस्सा प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के निजी आवास, साथ ही तीन मंत्रियों के घरों में आग भी लगा दी। इस दौरान नेपाल के वित्त मंत्री को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया।
संसद भवन पर भी प्रदर्शनकारियों ने कब्जा जमा लिया है। खबर है कि संसद भवन की छत पर भी प्रदर्शनकारी चढ़ गए हैं। इससे देश में राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को पंजीकरण न कराने पर बैन लगाया था। इस फैसले में फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और व्हाट्सएप जैसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म शामिल थे। युवा और नागरिकों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला माना।
विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर बैन जैसे कदम ने जनता में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया। विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण शुरुआत के बाद तेजी से हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सड़कें और सार्वजनिक स्थल जाम कर दिए।
हालांकि, पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति तेजी से बिगड़ती गई। कई जगह सड़क और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। नागरिकों का गुस्सा और बढ़ता गया, जिससे प्रधानमंत्री मजबूर होकर इस्तीफा देने पर विवश हो गए।
नेपाल में इस घटना ने यह दिखा दिया है कि सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन कितना नाजुक होता है। अब नेपाल में नई राजनीतिक स्थिति बनेगी और सरकार पर जनता की निगरानी बढ़ जाएगी।
What's Your Reaction?


