Jharia Illegal Occupation: दबंगों का कब्जा, झरिया बाजार समिति में अवैध धंधों की भरमार!

झरिया बाजार समिति में दबंगों का कब्जा! 100 दुकानों में से सिर्फ 7 से आता है किराया, बाकी पर अपराधियों का राज। यहां शराब, गांजा और अफीम का धंधा भी फल-फूल रहा है। क्या प्रशासन लेगा कोई एक्शन?

Feb 24, 2025 - 09:20
Feb 24, 2025 - 09:40
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Jharia Illegal Occupation: दबंगों का कब्जा, झरिया बाजार समिति में अवैध धंधों की भरमार!
Jharia Illegal Occupation: दबंगों का कब्जा, झरिया बाजार समिति में अवैध धंधों की भरमार!

धनबाद के झरिया बाजार समिति में अराजकता का आलम है! सरकारी दुकानों और गोदामों पर दबंगों का कब्जा हो चुका है, जबकि प्रशासन पूरी तरह बेखबर बना हुआ है। 1986 में जिन दुकानों को फल-सब्जी कारोबारियों को बसाने के लिए बनाया गया था, वहां अब अवैध धंधों की भरमार है। शराब, गांजा, अफीम जैसे नशे का कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है।

100 में सिर्फ 7 से आता है किराया, बाकी दबंगों के कब्जे में!

झरिया बाजार समिति में करीब 100 दुकानें और गोदाम हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि समिति को किराया सिर्फ 7 दुकानों से मिलता है! बाकी की 90% से ज्यादा दुकानें और गोदाम दबंगों के कब्जे में हैं। यही नहीं, कई जनप्रतिनिधि भी इन अवैध कब्जों में शामिल बताए जा रहे हैं। इन दुकानों से हर महीने लाखों रुपये वसूले जाते हैं, लेकिन ये रकम न तो सरकार के खजाने में जाती है और न ही बाजार समिति को कोई फायदा होता है।

बाजार समिति की लूट में कौन-कौन शामिल?

जानकारी के अनुसार, स्थानीय दबंगों के साथ-साथ बाजार समिति के पदाधिकारी और कई प्रभावशाली लोग भी इस खेल में शामिल हैं। बाजार समिति के सचिव विपुल कुमार ने जब शुक्रवार को निरीक्षण किया तो कई दुकानों पर अवैध कब्जे के मामले सामने आए। कुछ दुकानों को वैध रूप से आवंटित किया गया था, लेकिन उनके असली मालिकों ने इन्हें किराए पर दे दिया है।

झरिया बाजार समिति में शराब और नशे का अड्डा!

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि झरिया बाजार समिति अब नशे का अड्डा बन चुकी है। अवैध शराब की फैक्ट्री यहां धड़ल्ले से चल रही है। शराब के अलावा, गांजा, चरस और अफीम जैसे नशीले पदार्थ भी यहां से बेचे जाते हैं। यही नहीं, यहां से शराब बिहार तक सप्लाई की जाती है।

इतिहास: कैसे बसा था झरिया बाजार समिति?

1986 में जब झरिया बाजार समिति बनाई गई थी, तब इसका उद्देश्य था फल और सब्जी कारोबारियों को एक व्यवस्थित जगह देना। लेकिन धीरे-धीरे यहां अराजकता बढ़ती गई और आज हालात यह हैं कि असली व्यापारी गायब हो गए और उनकी जगह दबंगों ने ले ली। अब यह जगह नशे और अवैध धंधों का हब बन चुकी है।

कार्रवाई की तैयारी, अवैध कब्जाधारियों को भेजी जा रही है नोटिस!

अब बाजार समिति ने अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी शुरू कर दी है। जिन दुकानों पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है, उन्हें नोटिस भेजा जा रहा है। लेकिन सवाल यह है कि क्या वास्तव में कोई कार्रवाई होगी, या फिर यह नोटिस भी महज औपचारिकता बनकर रह जाएगा?

प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल

झरिया बाजार समिति में सरेआम अवैध कब्जा, अवैध धंधे और नशे का कारोबार चल रहा है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह मौन है। बाजार समिति को जो किराया मिलना चाहिए, वह दबंगों की जेब में जा रहा है।

अब देखना यह है कि क्या प्रशासन और बाजार समिति मिलकर झरिया बाजार समिति को बचा पाएंगे, या यह जगह पूरी तरह अपराधियों के कब्जे में चली जाएगी?

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।