Seraikela Attack: शादी से लौटते परिवार पर असामाजिक तत्वों का हमला, महिलाएं और बच्चे घायल
सरायकेला के एस टाइप चौक पर शादी से लौटते परिवार पर असामाजिक तत्वों ने किया जानलेवा हमला। महिलाओं और बच्चों सहित आधा दर्जन लोग घायल। जानिए पूरी घटना।
सरायकेला, 7 दिसंबर 2024: झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिला के आदित्यपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। एस टाइप चौक पर शादी से लौट रहे एक परिवार पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। इस हमले में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सहित परिवार के आधा दर्जन लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने उनकी कार को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।
घटना का विवरण
घटना तब हुई जब आदित्यपुर निवासी पंकज कुमार सिंह अपने परिवार के साथ घोड़ाबांधा में अपने साले की शादी अटेंड कर लौट रहे थे। उनकी कार में उनके पिता अक्षय कुमार सिंह, मां शोभा देवी, भाई रितेश कुमार सिंह, भाभी संतोषी कुमारी, और दो बच्चे सवार थे।
रात करीब 11 बजे, जब उनका परिवार एस टाइप चौक के पास पहुंचा, तो देखा कि सड़क के बीच असामाजिक तत्व शराब पी रहे थे। पंकज ने हॉर्न बजाया, जिससे गुस्साए उपद्रवियों ने उनकी कार पर हमला कर दिया।
कार में तोड़फोड़ और मारपीट
हमलावरों ने कार के शीशे तोड़ दिए और अंदर बैठे लोगों पर हमला कर दिया। महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया। पंकज और उनका परिवार किसी तरह लहूलुहान अवस्था में घटनास्थल से बचकर थाने पहुंचे।
पुलिस कार्रवाई और आशंका
घायल परिवार ने आदित्यपुर थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर एक शादी समारोह चल रहा था। आशंका जताई जा रही है कि हमलावर उसी शादी समारोह में शामिल थे।
पुलिस अब इलाके में छानबीन कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगालने की तैयारी में है। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
सड़क पर बढ़ती अराजकता: एक बड़ी समस्या
यह घटना झारखंड में बढ़ती सड़क अराजकता और कानून व्यवस्था की ओर सवाल उठाती है। शराब पीकर सड़कों पर हुड़दंग मचाना और आम जनता को परेशान करना एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इससे पहले भी इस इलाके में असामाजिक गतिविधियों की शिकायतें आ चुकी हैं।
स्थानीय लोगों में गुस्सा
घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रशासन ठोस कदम उठाने में असमर्थ दिखता है।
परिवार की स्थिति
घटना के बाद घायल पंकज कुमार सिंह और उनके परिजनों का इलाज कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत स्थिर है, लेकिन मानसिक आघात के कारण बच्चे और महिलाएं काफी डरी हुई हैं।
क्या सिखाता है यह हादसा?
यह घटना साफ तौर पर दिखाती है कि सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आम जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।
एस टाइप चौक की यह घटना झारखंड के लिए एक चेतावनी है। असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने और सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने का समय आ गया है। परिवार और समाज को इस घटना से सबक लेना चाहिए और अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
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