JAC Paper Leak: SIT करेगी जांच, कोडरमा से तीन और छात्र हिरासत में, बड़ा खुलासा संभव!
झारखंड बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच अब SIT करेगी। शिक्षा मंत्री ने सहमति दी, कोडरमा से तीन और छात्र हिरासत में। जानिए पूरा मामला!

रांची : झारखंड बोर्ड (JAC) की मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है। राज्य सरकार ने इस गंभीर मामले की तह तक जाने के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी है, और जल्द ही गृह विभाग की अधिसूचना जारी हो सकती है। इस बीच, कोडरमा पुलिस ने शनिवार देर रात तीन और छात्रों को हिरासत में लिया है, जिससे पूरे मामले में बड़े खुलासे की संभावना जताई जा रही है।
पेपर लीक मामला: कहां से हुई शुरुआत?
झारखंड में बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक कोई नया मामला नहीं है, लेकिन इस बार मामला बेहद संवेदनशील हो गया है। परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। कोडरमा, गिरिडीह, गढ़वा और पूर्वी सिंहभूम जिलों में इस लीक से जुड़े कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जांच में पाया गया कि लीक किए गए पेपर को व्हाट्सएप ग्रुप और टेलीग्राम के जरिए तेजी से शेयर किया गया।
कोडरमा से तीन छात्र हिरासत में, गिरिडीह कनेक्शन आया सामने
कोडरमा पुलिस ने सिहोडीह के एक कोचिंग सेंटर से तीन छात्रों को हिरासत में लिया है, जो गिरिडीह के रहने वाले बताए जा रहे हैं। यह सभी छात्र एक ही कोचिंग संस्थान से जुड़े हुए हैं और इन पर शक है कि इन्होंने परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र हासिल किया था। इससे पहले, गिरिडीह जिले के जमुआ इलाके में छापेमारी कर चार और संदिग्धों को पकड़ा गया था, जिन पर पेपर लीक कर अन्य छात्रों को भेजने का आरोप है।
SIT करेगी गहन जांच, बड़े नाम हो सकते हैं बेनकाब!
SIT का गठन होते ही सभी जिलों की जांच एक साथ शुरू होगी। पुलिस ने कई संदिग्धों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि प्रश्न पत्र सबसे पहले कहां से लीक हुआ। सूत्रों की मानें तो इस पेपर लीक नेटवर्क में बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, जिनका पर्दाफाश जल्द किया जाएगा।
इतिहास दोहरा रहा है? झारखंड में पहले भी हो चुके हैं पेपर लीक कांड!
झारखंड में बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। 2017 में भी झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की परीक्षा के दौरान विज्ञान और गणित के पेपर लीक होने की खबर आई थी। 2019 में भी कुछ कोचिंग सेंटरों पर प्रश्न पत्र पहले से उपलब्ध होने के आरोप लगे थे। लेकिन, इस बार का मामला ज्यादा गंभीर है क्योंकि प्रश्न पत्र लीक होने के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिससे हजारों छात्रों का भविष्य प्रभावित हुआ।
JAC ने जारी किए सख्त निर्देश, DEO को दिए कड़े आदेश
JAC ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) को परीक्षा केंद्रों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। सभी DEO को अपने जिले के उपायुक्त (DC) और साइबर सेल से लगातार संपर्क में रहने को कहा गया है, ताकि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली अफवाहों और अवांछित कंटेंट्स पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
आगे क्या? जल्द होगा बड़ा खुलासा!
SIT की रिपोर्ट के बाद यह तय हो जाएगा कि इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड कौन है और किन-किन कोचिंग संस्थानों की भूमिका संदिग्ध रही है। राज्य सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर कोई बड़ा नाम इसमें शामिल पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब सभी की नजरें SIT की जांच पर टिकी हैं, जिससे यह पता चलेगा कि आखिर यह संगठित रैकेट कहां तक फैला हुआ है।
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