Jharkhand Assembly : शपथ ग्रहण के ऐतिहासिक पल, पूर्वी विधायक पूर्णिमा साहू ने किया बड़ा वादा
झारखंड विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह में जमशेदपुर पूर्वी विधायक पूर्णिमा साहू ने ऐतिहासिक वादों के साथ जनता को दिए विकास के भरोसे। जानें, क्यों यह पल उनके लिए खास था।
झारखंड विधानसभा का माहौल सोमवार को बेहद खास और भावुक रहा। पूरे राज्य से नवनिर्वाचित विधायकों ने अपने-अपने अंदाज में शपथ ली, लेकिन जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू का शपथ ग्रहण अनोखा और प्रेरणादायक बन गया। उन्होंने शपथ ग्रहण से पहले झारखंड विधानसभा भवन की सीढ़ियों पर नतमस्तक होकर प्रणाम किया। यह उनके लिए गर्व और भावुकता से भरा पल था।
पूर्णिमा साहू का ऐतिहासिक पल
पूर्णिमा साहू, जो पहली बार जमशेदपुर पूर्वी से विधायक चुनी गई हैं, ने अपने शपथ ग्रहण को जीवन का सबसे यादगार पल बताया। उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए गर्व और हर्ष का विषय है कि मैं उस विधानसभा में प्रवेश कर रही हूं, जिसे मेरे ससुर और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने बनवाया था।"
पूर्णिमा साहू ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान क्षेत्र की जनता को धन्यवाद दिया और भरोसा दिलाया कि वे जनता की आवाज बनकर विधानसभा में उनके हितों की रक्षा करेंगी।
जनता के मुद्दों पर फोकस
शपथ ग्रहण के बाद पूर्णिमा साहू ने 86 बस्तियों के मालिकाना हक का मुद्दा उठाने का संकल्प लिया। यह मामला दशकों से क्षेत्र की जनता के लिए महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने कहा, "पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने इस मुद्दे पर ऐतिहासिक पहल की थी। मेरा प्रयास रहेगा कि राज्य सरकार इस पर गंभीरता से काम करे और इसे कानून के दायरे में लाकर जनता को राहत प्रदान करे।"
जमशेदपुर के विधायकों की विशेषता
इस समारोह में अन्य विधायकों ने भी अपनी-अपनी भाषाओं और अंदाज में शपथ ली। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू रॉय ने हिंदी में शपथ ली और यह उनकी पांचवी बार की विधायकी है। वहीं, जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी और चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ ने भी समारोह में हिस्सा लिया। दीपक बिरुआ और घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने अपनी मातृभाषा संथाली में शपथ लेकर क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान बढ़ाया।
विकास के लिए वचनबद्ध
पूर्णिमा साहू ने स्पष्ट किया कि उनका मुख्य फोकस जमशेदपुर पूर्वी के विकास और क्षेत्रीय समस्याओं को हल करने पर रहेगा। उन्होंने कहा, "जमशेदपुर पूर्वी की देवतुल्य जनता के आशीर्वाद और विश्वास से मैं आज लोकतंत्र के इस मंदिर में खड़ी हूं। मैं वादा करती हूं कि आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगी।"
झारखंड की राजनीति में नया अध्याय
झारखंड की राजनीति में इस बार का विधानसभा सत्र कई मायनों में खास है। यह शपथ ग्रहण समारोह न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया का प्रतीक था, बल्कि क्षेत्रीय और भाषाई विविधता का उत्सव भी।
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