Jamshedpur: फ्री Eye Operation में चमकी रोशनी, 68 मोतियाबिंद रोगियों को मिला नया जीवन

जमशेदपुर में रेड क्रॉस सोसाइटी और अन्य संस्थाओं के सहयोग से 749वां नेत्र शिविर आयोजित हुआ। 130 मरीजों की जांच, 68 मोतियाबिंद रोगियों का ऑपरेशन कर नई रोशनी दी गई। जानें शिविर की पूरी कहानी।

Dec 8, 2024 - 13:42
 0
Jamshedpur: फ्री Eye Operation में चमकी रोशनी, 68 मोतियाबिंद रोगियों को मिला नया जीवन
Jamshedpur: फ्री Eye Operation में चमकी रोशनी, 68 मोतियाबिंद रोगियों को मिला नया जीवन

जमशेदपुर में समाजसेवा का एक प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया, जब 130 नेत्र रोगियों की आंखों की मुफ्त जांच और 68 मोतियाबिंद रोगियों का सफल ऑपरेशन किया गया। यह आयोजन भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, राम मनोहर लोहिया नेत्रालय और अन्य संगठनों के सहयोग से किया गया।

शिविर की खासियत: एक नया जीवन

शिविर का आयोजन बागबेड़ा थाना चौक स्थित राम मनोहर लोहिया नेत्रालय में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वर्गीय चंद्रावल देवी-हरिकिशन गुप्ता की स्मृति में किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मरीजों ने पहुंचकर अपनी आंखों की जांच कराई।

  • 130 मरीजों की जांच: नेत्र चिकित्सक डॉ. राशि वर्मा और उनकी टीम ने शिविर में 130 मरीजों की आंखों की जांच की।
  • 68 मोतियाबिंद के मरीज: इनमें से 68 मरीजों में मोतियाबिंद की पुष्टि हुई, जिनका ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया।
  • 40 हायपर मैच्योर केस: इनमें 40 मरीज गंभीर स्थिति में थे, जिनका ऑपरेशन रविवार को सफलतापूर्वक किया गया।

नेत्र विशेषज्ञों का योगदान

मोतियाबिंद के ऑपरेशन और लेंस प्रत्यारोपण की जिम्मेदारी विशेषज्ञ चिकित्सकों ने निभाई। इसमें डॉ. भारती शर्मा, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. विवेक केडिया और डॉ. राशि वर्मा ने अपने सहयोगी चिकित्सीय टीम के साथ मिलकर मरीजों को नई रोशनी दी।

रेड क्रॉस का अनमोल योगदान

यह नेत्र शिविर भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, पूर्वी सिंहभूम का 749वां आयोजन था। समाजसेवी दीपक भालोटिया, राजू सिंह, और मनोज कुमार बागड़ी के साथ रेड क्रॉस के अन्य कार्यकर्ता पूरे शिविर में मौजूद रहे। उनका सहयोग और समर्पण इस आयोजन की सफलता का मुख्य कारण बना।

इतिहास और उद्देश्य

भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी की स्थापना 1920 में हुई थी और तब से यह संगठन मानवता की सेवा में जुटा हुआ है। इसने स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है। जमशेदपुर में आयोजित नेत्र शिविर इसका एक उदाहरण है, जहां जरूरतमंदों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी गई।

राम मनोहर लोहिया नेत्रालय की स्थापना का उद्देश्य ऐसे मरीजों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। हर वर्ष यहां मोतियाबिंद और अन्य नेत्र रोगों के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाते हैं।

समाजसेवा की मिसाल

इस शिविर ने समाजसेवा का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया। मरीजों को न केवल मुफ्त ऑपरेशन की सुविधा दी गई, बल्कि उन्हें उच्च गुणवत्ता का लेंस प्रत्यारोपण भी प्रदान किया गया।

नेत्र रोगियों की उम्मीदें

जांच और ऑपरेशन से गुजरने वाले मरीजों ने आयोजनकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। इनमें से कई लोग पहली बार किसी चिकित्सा शिविर का हिस्सा बने। मरीजों ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण वे लंबे समय से इलाज कराने में असमर्थ थे।

भविष्य की योजनाएं

रेड क्रॉस सोसाइटी नेत्र स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने और अधिक मरीजों तक पहुंचने के लिए भविष्य में और शिविर आयोजित करने की योजना बना रही है। आयोजकों का कहना है कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल मरीजों के लिए राहत का माध्यम बनते हैं, बल्कि समाज में स्वास्थ्य जागरूकता भी बढ़ाते हैं।


जमशेदपुर का यह नेत्र शिविर दिखाता है कि कैसे संगठनों और समाजसेवकों के सहयोग से सैकड़ों लोगों को नया जीवन दिया जा सकता है। इस तरह की पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


नेत्र शिविर के जरिए रेड क्रॉस ने यह साबित कर दिया कि "सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow