Ghatshila: Water Crisis से जूझ रहे ग्रामीण, खराब सोलर जलमीनार बना मुसीबत!

गालूडीह के पायरगुड़ी गांव में दो सोलर जलमीनार खराब होने से ग्रामीणों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। प्रशासन की अनदेखी से लोगों में आक्रोश।

Feb 19, 2025 - 17:20
 0
Ghatshila: Water Crisis से जूझ रहे ग्रामीण, खराब सोलर जलमीनार बना मुसीबत!
Ghatshila: Water Crisis से जूझ रहे ग्रामीण, खराब सोलर जलमीनार बना मुसीबत!

झारखंड के घाटशिला अनुमंडल के गालूडीह थाना क्षेत्र के पायरगुड़ी गांव के लोग इन दिनों भीषण जलसंकट का सामना कर रहे हैं। गांव में लगे दो सोलर जलमीनार पिछले कई दिनों से खराब पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। पानी की इस किल्लत ने पूरे गांव को बेहाल कर दिया है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।

गांव में पेयजल संकट क्यों?

पायरगुड़ी गांव के ग्रामीणों का कहना है कि सोलर जलमीनार ही उनकी पानी की एकमात्र व्यवस्था थी, लेकिन देखरेख और नियमित मरम्मत के अभाव में ये जलमीनार अब बेकार हो चुके हैं

  • इन जलमीनारों से पूरा गांव पानी लेता था, लेकिन अब ग्रामीणों को दूर-दराज के इलाकों से पानी लाना पड़ रहा है।
  • गर्मियों के मौसम में समस्या और भी विकराल हो सकती है, क्योंकि झरने और कुएं भी सूखने लगेंगे।
  • स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।

इतिहास गवाह है – पानी के बिना त्रस्त रहे हैं गांव!

गालूडीह क्षेत्र में जल संकट नया नहीं है।

  • 2019 में भी इसी गांव में जलमीनार खराब होने के कारण लोगों को कई दिनों तक पानी के लिए तरसना पड़ा था।
  • 2022 में गालूडीह के कई गांवों में पानी की कमी के कारण लोग जंगल के गड्ढों से गंदा पानी पीने को मजबूर हो गए थे।
  • सरकार ने हर घर नल से जल योजना चलाई थी, लेकिन कई इलाकों में यह योजना अधूरी रह गई।

प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी!

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।

  • गांव में जल संकट से राहगीरों को भी परेशानी हो रही है, क्योंकि सोलर जलमीनार के पानी से ही वे अपनी प्यास बुझाते थे।
  • स्थानीय प्रशासन सिर्फ आश्वासन देता है, लेकिन अब तक किसी ने मरम्मत के लिए कदम नहीं उठाए हैं।

ग्रामीणों की मांग – कब होगी सुनवाई?

गांव वालों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द जलमीनार की मरम्मत नहीं करवाई गई, तो वे उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।

अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान देगा, या फिर ग्रामीणों को ऐसे ही जल संकट से जूझना पड़ेगा?

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।