Tamar Murder Case : सुपरवाइजर गंगाधर राव हत्याकांड का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार
रांची पुलिस ने गंगाधर राव हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जानिए पूरी घटना और पुलिस की जांच की कहानी।
रांची: रांची पुलिस ने तमाड़ थाना क्षेत्र में हुए चर्चित गंगाधर राव हत्याकांड का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल ने प्रेस वार्ता में मामले का खुलासा किया और घटना की पूरी जानकारी साझा की।
घटना का विवरण
7 दिसंबर 2024 को मधुकम प्लांट के सुपरवाइजर गंगाधर राव अचानक लापता हो गए थे। पुलिस ने उनकी गुमशुदगी की जांच शुरू की, लेकिन कुछ दिनों बाद उनका शव एक कुएं से बरामद किया गया। मामले ने सनसनी तब मचाई जब यह पता चला कि हत्या पैसे लूटने और फिरौती मांगने के लिए की गई थी।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिका
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं:
- विवेक सिंह मुंडा
- बिजय लोहार
- सचिन मुंडा
पुलिस जांच के मुख्य निष्कर्ष:
- हत्या के बाद आरोपियों ने गंगाधर राव के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर डेढ़ लाख रुपये निकाले।
- इसके बाद, मृतक के भाई से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए धमकी भरे मैसेज भेजे।
- घटना को अंजाम देने के लिए पूरी योजना पहले से तैयार की गई थी।
पुलिस का खुलासा: टेक्निकल सपोर्ट से सुलझी गुत्थी
ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से अपराधियों की पहचान की। मोबाइल लोकेशन और बैंक लेन-देन का बारीकी से विश्लेषण कर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
हत्या के पीछे का मकसद
प्रारंभिक जांच में पता चला कि गंगाधर राव की हत्या का मुख्य कारण पैसे लूटने का विवाद था। आरोपियों को मृतक के एटीएम पिन की जानकारी थी, जिसे उन्होंने हत्या के बाद इस्तेमाल किया।
पुलिस की सराहनीय कार्रवाई
इस हाई-प्रोफाइल केस को सुलझाने में रांची पुलिस ने तत्परता और प्रोफेशनलिज्म का प्रदर्शन किया। आगे की जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि क्या इस मामले में और भी लोग शामिल थे।
समाज पर प्रभाव और अपील
रांची पुलिस ने इस मामले को सुलझाकर समाज में एक बार फिर विश्वास बहाल किया है। ग्रामीण एसपी ने लोगों से अपील की है कि वे अपराधियों की किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें।
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