Chakradharpur Underpass: चक्रधरपुर में रेलवे फाटक के पास अंडरपास का निर्माण शुरू, स्थानीय लोग उत्साहित
चक्रधरपुर में बंद रेलवे फाटक के पास अंडरपास निर्माण कार्य शुरू। राज्य सरकार और रेलवे के सहयोग से हो रहा है निर्माण। जानिए इससे जुड़ी सारी जानकारी।
चक्रधरपुर: पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में लंबे समय से बंद पड़े रेलवे फाटक के पास अंडरपास का निर्माण कार्य आखिरकार शुरू हो गया है। यह निर्माण कार्य काफी तेजी से प्रगति पर है, जिससे स्थानीय निवासियों के चेहरे पर खुशी झलक रही है। अंडरपास के निर्माण को लेकर रेलवे और राज्य सरकार के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान के बाद इसे संभव बनाया गया।
डीआरएम अरुण जे राठौर की अगुवाई में कार्य जारी
चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम अरुण जे राठौर और इंजीनियरिंग विभाग की टीम लगातार इस प्रोजेक्ट की निगरानी कर रही है। अंडरपास निर्माण के लिए मुंबई-हावड़ा मेन रूट को छह घंटे के लिए बाधित रखा गया, ताकि काम सुचारू रूप से हो सके। रेलवे प्रशासन इस कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इतिहास: अंडरपास की मांग और डीएमएफटी फंड का योगदान
चक्रधरपुर में बंद रेलवे फाटक के कारण लोगों को लंबे समय से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यह फाटक मुख्य सड़क को रेलवे ट्रैक से जोड़ता है और इसके बंद होने के बाद आसपास के क्षेत्रों में आवागमन बेहद मुश्किल हो गया था।
राज्य सरकार ने डीएमएफटी (जिला खनिज निधि ट्रस्ट) फंड के माध्यम से अंडरपास निर्माण के लिए सहयोग प्रदान किया है। रेलवे प्रशासन ने पहले स्पष्ट कर दिया था कि बिना राज्य सरकार के सहयोग के यह प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सकता। डीएमएफटी फंड के स्वीकृत होने के बाद ही अंडरपास का काम शुरू हो सका।
स्थानीय निवासियों के लिए राहत का संदेश
अंडरपास के निर्माण कार्य शुरू होने से चक्रधरपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोगों में उत्साह का माहौल है। यह अंडरपास न केवल उनकी आवागमन की समस्या का समाधान करेगा बल्कि सड़क दुर्घटनाओं की संभावना को भी कम करेगा।
स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने कहा,
"यह अंडरपास हमारे जीवन को काफी आसान बना देगा। रेलवे फाटक के बंद होने से घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब इस समस्या से राहत मिलेगी।"
अंडरपास का निर्माण: रेलवे की रणनीति
रेलवे प्रशासन इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने की योजना बना रहा है। इंजीनियरिंग विभाग ने कहा है कि निर्माण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे काम की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि अंडरपास निर्माण के लिए इलाके की भूगर्भीय स्थिति का गहन अध्ययन किया गया। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया गया है कि निर्माण कार्य के दौरान ट्रेन संचालन और सुरक्षा पर कोई असर न पड़े।
क्या होगा अंडरपास से फायदा?
अंडरपास बनने के बाद चक्रधरपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी:
- आवागमन में सुगमता: लोगों को रेलवे फाटक पर रुकने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- दुर्घटनाओं में कमी: फाटक बंद होने के दौरान जोखिम भरे क्रॉसिंग से बचा जा सकेगा।
- समय की बचत: स्कूल, ऑफिस, और व्यापारियों के लिए यात्रा आसान और तेज होगी।
- स्थानीय विकास: अंडरपास बनने से क्षेत्रीय व्यापार और यातायात में वृद्धि होगी।
रेलवे प्रशासन का नजरिया
रेलवे ने स्थानीय लोगों को यह आश्वासन दिया है कि प्रोजेक्ट तय समयसीमा में पूरा कर लिया जाएगा। डीआरएम अरुण जे राठौर ने कहा,
"हम इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करेंगे, ताकि चक्रधरपुर के निवासियों को राहत मिल सके।"
चक्रधरपुर में अंडरपास निर्माण कार्य न केवल रेलवे और राज्य सरकार के तालमेल का प्रतीक है, बल्कि यह स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी राहत का संदेश भी है। इस अंडरपास के पूरा होने से चक्रधरपुर के यातायात में सुधार होगा और लोगों को लंबे समय से चली आ रही परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। अब देखना है कि यह प्रोजेक्ट कब तक पूर्ण होता है और लोगों को इसका लाभ मिलना शुरू होता है।
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