शिव शंकर सिंह ने चुनावी रैली में विकास पुरुष पर साधा निशाना, जमशेदपुर पूर्वी में जीत का दावा
जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय उम्मीदवार शिव शंकर सिंह ने अंतिम दिन महारैली में हजारों समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने पूर्व सीएम पर 86 बस्तियों के मालिकाना हक और स्थानीय मुद्दों को अनदेखा करने का आरोप लगाया।
जमशेदपुर, 11 नवंबर। झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन, सोमवार को जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार शिव शंकर सिंह ने अपनी ताकत का जबरदस्त प्रदर्शन किया। एग्रीको ट्रांसपोर्ट मैदान से लेकर बारीडीह हरि मैदान तक एक लंबा रोड शो आयोजित किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में समर्थक शामिल हुए। इस महारैली में लोगों का उत्साह देखने लायक था, जो शिव शंकर सिंह के समर्थन में नारे लगाते नजर आए।
जनसमर्थन से जीत का दावा
रोड शो के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिव शंकर सिंह ने अपनी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी की जनता और सामाजिक संगठनों ने उन्हें अपार समर्थन दिया है। अगर वे जीतते हैं, तो यह जनता, कार्यकर्ताओं और वोटरों की जीत होगी, जो क्षेत्र में बदलाव चाहते हैं।
शिव शंकर सिंह ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी की जनता बड़े दलों के बजाय एक ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहती है, जो उनके बीच में रहे और उनकी समस्याओं को समझे। उन्होंने दावा किया कि 23 नवंबर को जनता एक नया इतिहास रचेगी और निर्दलीय उम्मीदवार को जीत दिलाएगी।
"विकास पुरुष" पर निशाना
शिव शंकर सिंह ने अपने संबोधन में पूर्व मुख्यमंत्री और क्षेत्र के मौजूदा विधायक रघुवर दास पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिना नाम लिए रघुवर दास को "विकास पुरुष" कहकर तंज कसा और सवाल उठाया कि क्या केवल सड़क और नाली बनवाना ही विकास है। शिव शंकर ने आरोप लगाया कि रघुवर दास ने अपने 25 साल के कार्यकाल में जमशेदपुर की 86 बस्तियों के मालिकाना हक का मुद्दा हल नहीं किया। उन्होंने सवाल किया कि आखिर बहुमत की सरकार में रहते हुए भी उन्होंने इस दिशा में कदम क्यों नहीं उठाए।
केबल कंपनी और रोजगार पर सवाल
शिव शंकर सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने 10,000 से अधिक परिवारों को रोजगार देने वाली केबल कंपनी को फिर से खोलने की कोई पहल नहीं की। उन्होंने सवाल किया कि इतने वर्षों में उन्होंने कितने स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए या टाटा मोटर्स में अस्थायी लोगों को स्थायी कराने की दिशा में क्या किया। शिव शंकर ने जमशेदपुर के युवाओं की बेरोजगारी को लेकर भी रघुवर दास की नीतियों पर सवाल खड़े किए।
बुनियादी सुविधाओं की कमी
शिव शंकर सिंह ने क्षेत्र की 86 बस्तियों में बुनियादी सुविधाओं की कमी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि आज भी इन बस्तियों में लोग पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि युवा रोजगार के अभाव में नशे की ओर बढ़ रहे हैं और सरकारी अस्पताल एमजीएम की हालत भी दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। उन्होंने पूछा कि कितने लोग टीएमएच जैसे महंगे अस्पताल में इलाज करा सकते हैं।
बड़े दलों के खिलाफ जनता का गुस्सा
शिव शंकर सिंह ने दावा किया कि इस चुनाव में बड़े दलों ने उन्हें हराने के लिए पैसा पानी की तरह बहाया। उन्होंने कहा कि दोनों राष्ट्रीय दलों ने अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारा, लेकिन जमशेदपुर पूर्वी की जनता ने उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने बताया कि उनके लिए इस क्षेत्र की जनता ही सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं और उन्हें जनता के बीच में रहते हुए काम करने वाले नेता की जरूरत है।
शिव शंकर सिंह ने अपने रोड शो के जरिए जमशेदपुर पूर्वी में अपनी ताकत दिखाई और जनता के साथ मिलकर बड़े दलों को चुनौती दी। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि वे एक नए विकल्प के रूप में उनके साथ खड़े हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।
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