कोल्हान बंद: आदिवासी छात्र एकता ने रैयती परिवार पर हमले के विरोध में किया बंद का आह्वान
31 जुलाई को सरायकेला-खरसावां में रैयती परिवार पर हमले और अन्य मांगों के विरोध में आदिवासी छात्र एकता और एक दर्जन से अधिक संगठनों ने कोल्हान बंद का आह्वान किया है। जानें क्या हैं उनकी मुख्य मांगें और अभियान की तैयारियां।
सरायकेला-खरसावां, झारखंड: सरायकेला के तितिरबिला में रैयती परिवार के साथ हुई मारपीट समेत अन्य पांच मुख्य मांगों को लेकर 31 जुलाई को आदिवासी छात्र एकता समेत एक दर्जन से अधिक सामाजिक और युवा छात्र संगठनों द्वारा कोल्हान बंद का आह्वान किया गया है। बंद को सफल बनाने के लिए संगठन के सदस्यों ने गम्हरिया के विभिन्न गांवों में देर रात तक जनसंपर्क और जनजागरण अभियान चलाकर ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है।
अभियान में शामिल आदिवासी छात्र एकता के मुख्य संरक्षक जोसाई मार्डी ने बताया कि कोल्हान बंद की पूर्व संध्या पर 30 जुलाई को कई जगहों पर मशाल जुलूस निकाला जाएगा। बंद को सफल बनाने के लिए तितिरबिला ग्रामसभा, मानकी मुंडा संघ, छात्र एकता, झारखंड आंदोलनकारी मंच, आदिवासी हो समाज, आदिवासी युवा महासभा समेत कई सामाजिक संगठन शामिल होंगे।
जनसंपर्क अभियान में आदिवासी छात्र एकता के संयोजक इंद्रो हेंब्रम, अध्यक्ष हेमेंद्र हांसदा, सपन सरदार, बाबूलाल माझी, धनसिंह, सुरेश मुर्मू, रायसेन टुडू, विक्रम टुडू, दारा सोरेन समेत विभिन्न संगठन के सदस्य शामिल थे।