झारखंड विधानसभा में ट्रेन हादसे और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर हंगामा, सदन स्थगित

झारखंड विधानसभा में ट्रेन हादसे और बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक के बाद सदन की कार्यवाही 12:30 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

Jul 30, 2024 - 13:04
Jul 30, 2024 - 13:30
झारखंड विधानसभा में ट्रेन हादसे और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर हंगामा, सदन स्थगित
झारखंड विधानसभा में ट्रेन हादसे और बांग्लादेशी घुसपैठियों पर हंगामा, सदन स्थगित

झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान जमकर हंगामा हुआ। हाल ही में हुए ट्रेन हादसे और बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए। इस हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही को 12:30 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

ट्रेन हादसे पर हंगामा

ट्रेन हादसे को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आए दिन हो रहे ट्रेन हादसों के कारण लोगों की जान जा रही है, लेकिन केंद्र सरकार यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। विपक्ष ने प्रधानमंत्री को इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और उनकी तुरंत इस्तीफे की मांग की।

विधानसभा में हंगामा

सत्ता पक्ष के नेताओं ने भी जोरदार विरोध किया। हंगामा इतना बढ़ गया कि विधायक विधानसभा के वेल में घुस गए। विधानसभा स्पीकर ने बार-बार नेताओं से अपनी जगह पर जाने का आग्रह किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हंगामे के बाद विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 12:30 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा

भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार को बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर घेरा। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और पाकुड़ में हुई लाठीचार्ज की घटना पर सख्त कार्रवाई की मांग की। भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर भी जोरदार हंगामा किया और सरकार से घुसपैठियों की पहचान कर कार्रवाई करने की मांग की।

विधानसभा में मानसून सत्र

जब विधानसभा में मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा नेता वेल में जा घुसे और जोरदार नारेबाजी करने लगे। विधानसभा स्पीकर ने कई बार अनुरोध किया कि वे अपनी सीट पर वापस जाएं, लेकिन नेताओं ने उनकी बात नहीं मानी। स्थिति को संभालने के लिए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।

झारखंड विधानसभा में ट्रेन हादसे और बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर हुए हंगामे ने राज्य की राजनीतिक स्थिति को उजागर किया है। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी मांगें जोर-शोर से रखीं, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई। अब देखना होगा कि इन मुद्दों पर सरकार और विपक्ष के बीच किस तरह की सहमति बनती है और इन समस्याओं का समाधान कैसे होता है।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।